काठमांडू । नेपाल में राजनीतिक उथल पुथल के बीच सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर रविवार को नेपाल के चीफ जस्टिस शमशेर जेबी राणा के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव दाखिल किया। संसद सचिवालय के प्रवक्ता राजनाथ पांडे ने कहा कि पूर्वाह्न 11 बजे महाभियोग का प्रस्ताव दर्ज किया गया।
राणाको प्रतिनिधि सभा में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दर्ज होने के बाद पद से निलंबित कर दिया गया है। राणा ने दो जनवरी, 2019 को प्रधान न्यायाधीश का पद ग्रहण किया था। विधि एवं न्याय मंत्री दिलेंद्र प्रसाद बडू, नेपाली कांग्रेस के सचेतक पुष्पा भुसाल, सीपीएन-माओवादी केंद्र के सचेतक देव गुरुंग सहित सत्तारूढ़ गठबंधन के कुल 98 सांसदों ने प्रधान न्यायाधीश पर महाभियोग दर्ज किये जाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं।
गुरुंग ने मीडिया से कहा कि शीर्ष न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव दर्ज किया गया है क्योंकि अदालत ठीक से काम नहीं कर रही थी और प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप थे। प्रस्ताव में प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ 21 आरोप लगाए गए हैं।
आरोपों में लोकतंत्र, मानवाधिकार, कानून के शासन, न्यायिक स्वतंत्रता और निष्पक्षता की रक्षा करने में असमर्थ होना शामिल है। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाये गये हैं। यदि प्रस्ताव प्रतिनिधि सभा के सदस्यों की कुल संख्या के कम से कम दो-तिहाई बहुमत से पारित हो जाता है, तो प्रधान न्यायाधीश को उनके पद से मुक्त कर दिया जाएगा। इस बीच, वरिष्ठ न्यायाधीश दीप कुमार कार्की को सुप्रीम कोर्ट का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।