9 मई की घटना को बताया देश का मामला
जनरल शरीफ ने कहा, 9 मई की घटना सिर्फ पाकिस्तानी सेना नहीं बल्कि देश का मामला है। उन्होंने कहा, 'अगर किसी देश में उसकी सेना पर हमला किया जाता है, उसके शहीदों के प्रतीकों का अपमान किया जाता है, उसके संस्थापक के घर में आग लगा दी जाती है, उसकी सेना और जनता के बीच नफरत पैदा की जाती है, और अगर इसके पीछे के लोगों को न्याय के दायरे में नहीं लाया जाता है , तो उस देश की न्याय व्यवस्था पर सवालिया निशान लग जाता है। हमारा मानना है कि 9 मई के अपराधियों और उन्हें आदेश देने वालों, दोनों को संविधान और कानून के अनुसार सजा दी जानी चाहिए।'