कोलंबो: 231 रन का पीछा करते हुए मेहमान टीम को आखिरी तीन ओवरों में सिर्फ पांच रन चाहिए थे और उसके दो विकेट बाकी थे और जब 48वें ओवर की तीसरी गेंद पर शिवम दुबे ने असलांका को कवर बाउंड्री पर पंच मारा तो ऐसा लगा कि खेल खत्म हो गया है, लेकिन लंकाई कप्तान ने हार नहीं मानी और अपनी टीम की इज्जत बचाने के लिए दुबे और अर्शदीप सिंह को लगातार गेंदों पर एलबीडल्ब्यू आउट करने में सफल रहे। चलिए आपको 48वें ओवर का रोमांच बताते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि कैसे एक जीता हुआ मैच भारत को मजबूरन टाई करना पड़ा।मैच शुरू होते ही भारत के कसा था शिकंजा
श्रीलंका के कप्तान चरिथ असलंका ने टर्न ले रही पिच पर टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन उसकी शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसने अविष्का फर्नांडो का विकेट गंवा दिया, जिन्हें मोहम्मद सिराज ने पवेलियन भेजा। 27वें ओवर तक स्कोर पांच विकेट पर 101 रन हो गया।
जैसे-तैसे 230 रन तक पहुंचा था श्रीलंका
एक छोर से विकेट गिरता रहे, लेकिन दूसरे छोर पर दुमिथ वेलालागे ने मोर्चा संभाले रखा। वानिंदु हसरंगा (24, 35 गेंद) ने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए सातवें विकेट के लिए 36 रन जोड़े। वेलालागे ने आठवें विकेट के लिए अकिला धनंजय के साथ 46 रन की भागीदारी निभाई। उन्होंने 59 गेंद में अपना पहला वनडे अर्धशतक बनाया। सलामी बल्लेबाज पाथुम निसांका (56 रन) के साहसिक अर्धशतक के बूते श्रीलंका ने आठ विकेट पर 230 रन बनाए।
अच्छी शुरुआत के बाद भारत का बैटिंग ऑर्डर लड़खड़ाया
भारत के कप्तान रोहित शर्मा (58 रन) और शुभमन गिल (16 रन) ने पहले विकेट के लिए 76 गेंद में 75 रन की साझेदारी करके भारत को अच्छी शुरुआत कराई, लेकिन जल्द ही स्कोर तीन विकेट पर 87 रन हो गया। भारत ने 12 रन के अंदर तीन विकेट खो दिए। विराट कोहली (24 रन), श्रेयस अय्यर (23 रन), केएल राहुल (31 रन) और अक्षर पटेल (33 रन) भी संघर्ष करते नजर आए।
2019 के बाद अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे शिवम दुबे ने 24 गेंद में 25 रन की पारी खेली, लेकिन टीम को जीत तक नहीं ले जा सके। भारत ने 230 रन के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए। जब भारत को 15 गेंदों में जीत के लिए एक रन चाहिए था, तब 48वें ओवर की तीसरी गेंद पर शिवम दुबे आउट हुए और चौथी गेंद पर अर्शदीप सिंह के आउट होने से भारत भी 230 रन पर ही सिमट गया और मैच टाई हो गया।