डेविस कप में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 4-0 से हराकर वर्ल्ड ग्रुप-1 में अपनी जगह पक्की की। युकी भांबरी और साकेत माइनेनी ने रविवार को इस्लामाबाद में अपनी आसान जीत के साथ प्ले-ऑफ मुकाबले में टीम को 3-0 की अजेय बढ़त दिला दी। इसके बाद निकी कालियांदा पूनाचा ने मेंस सिंगल्स में शोएब मुहम्मद को 3-6,4-6 से हराया।
भारत पहले दिन 2-0 की बढ़त बना चुका था। दूसरे दिन भांबरी और माइनेनी ने डबल्स मुकाबले में मुजम्मिल मुर्तजा और अकील खान को 6-2, 7-6(5) से हराया और 3-0 की अजेय बढ़त बना कर ग्रुप का मुकाबला जीत लिया।
पहले दिन रामनाथन और बालाजी ने दोनों सिंगल्स मुकाबले जीते थे।
क्वालिफाइंग ग्रुप के लिए खेलेगा भारत
भारतीय टीम क्वालिफाइंग ग्रुप में जाने के लिए सितंबर में वर्ल्ड ग्रुप-1 के मुकाबले खेलेगी। वर्ल्ड ग्रुप 1 में मुकाबले 24 टीमों के बीच होम और अवे में होंगे। फरवरी 2024 में क्वालीफाइंग ग्रुप में हारने वाली 12 टीमें और वर्ल्ड ग्रुप I प्लेऑफ में जीतने वाली 12 विजेता टीमें इसमें हिस्सा लेंगी।
भारत का मैच अब सितंबर में होगा। क्वालिफाइंग ग्रुप में जाने के बाद मुकाबले जीतने वाली 12 टीमें डेविस कप का फाइनल खेलती है। इसमें कुल 16 टीमें होती है। 12 क्वालिफाइंग ग्रुप से, 2 वाइल्ड कार्ड टीम और 2 पिछले साल के फाइनलिस्ट।
पहले दिन भारत जीता 2 मैच
भारत ने पहले दिन पाकिस्तान पर 2-0 की बढ़त बनाई। इस्लामाबाद में भारत के लिए रामकुमार रामनाथन और एन श्रीराम बालाजी, दोनों खिलाड़ियों ने अपने मैच जीते।
पहले दौर के मुकाबले में, भारत के सिंगल्स स्टार रामकुमार रामनाथन ने पाकिस्तान के अनुभवी ऐसाम-उल-हक कुरेशी को दो घंटे में 6-7, 7-6, 6-0 से हराया। वहीं, भारत के श्रीराम बालाजी ने एक घंटे 15 मिनट में अकील खान को 7-5, 6-3 से हराया।
आज डबल्स और रिवर्स सिंगल्स के मुकाबले खेले जाने थे, लेकिन डबल्स में भारत ने जीतकर बढ़त बना ली, जिससे रिवर्स सिंगल्स के मुकाबले नहीं हुए। रिवर्स सिंगल्स में पहले दिन के अपोनेंट स्वैप हो जाते है।
1964 में आखिरी बार किया था पाकिस्तान का दौरा
आखिरी बार भारतीय डेविस कप टीम ने 1964 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जब टीम इंडिया ने मेजबानों को 4-0 से हराया था।
123 साल पहले शुरू हुआ था डेविस कप, यह टेनिस का वर्ल्ड कप
डेविस कप की शुरुआत ओलिंपिक गेम्स शुरू होने के चार साल बाद, यानी की 1900 में हुई थी। इसे टेनिस का वर्ल्ड कप भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें 5-6 प्लेयर्स की पूरी टीम हिस्सा लेती है। टीमों के खिलाड़ियों बीच मुकाबलों के बाद मैचों में जीत के आधार पर एक देश को विजेता माना जाता हैं।
इस टूर्नामेंट में अब तक 16 टीमें चैंपियन बनी हैं। सबसे ज्यादा 32 खिताब अमेरिका ने जीते हैं।
भारत 3 बार रनर-अप रहा
डेविस कप 1966 में भारत उपविजेता रहा था। 1974 में भी उपविजेता रहे। इसके अलावा भारत 1987 में भी फाइनल तक पहुंचा था। तब हमें स्वीडन के खिलाफ हार मिली थी।