इस्लाबाद: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयानों के बाद पाकिस्तान बौखलाहट में आ गया है। पाकिस्तान के विदेश विभाग ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर भारतीय नेताओं के बयानों को भड़काऊ बताया और कहा कि उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर पर बयानों से चिंताजनक वृद्धि हुई है। पाकिस्तानी मीडिया पोर्टल डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा, हम आजाद जम्मू-कश्मीर पर अनुचित दावे करने वाले भारतीय नेताओं के भड़काऊ बयानों में चिंताजनक वृद्धि देख रहे हैं। उन्होंने कहा, पाकिस्तान इन दावों को खारिज करता है।
हालांकि, पाकिस्तानी प्रवक्ता ने भारत के किसी नेता का न तो नाम लिया और न किसी विशेष बयान का जिक्र किया। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा था कि भारत में हो रहे विकास को देखकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग खुद ही भारत में शामिल होने की मांग करेंगे। राजनाथ सिंह सिलीगुड़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, पीओके हमारा था, है और आगे भी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के रक्षा क्षेत्र में बड़ी प्रगति कर रहा है। देश जो कभी आयात करता था आज रक्षा उपकरण के निर्यातक के रूप में बदल रहा है। हाल ही में भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल सौंपी है।
जयशंकर ने किया था पीओके पर दावा
इस महीने की शुरुआत में ही भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने भी एक बयान में पीओके को लेकर भारत के दावे को दोहराया था। 4 अप्रैल को मीडिया से बात करते हुए जयशंकर ने कहा था, हम कभी भी ये स्वीकार नहीं करेंगे कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग नहीं है। जब पाकिस्तान की बात होती है तो मुख्य मुद्दा आतंकवाद है। आतंकवाद को लेकर एक पार्टी और सरकार के रूप में हम बहुत स्पष्ट हैं कि हम इसे नजरअंदाज नहीं करेंगे। जब आतंकवाद होगा तो दूसरी ओर देखने के बजाय हम इससे निपटेंगे और जवाब देंगे।
चुनाव में पाकिस्तान को घसीटना बंद करे भारत
भारतीय नेताओं के बयानों के बाद पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कहा, अति राष्ट्रवाद से प्रेरित यह भड़काऊ बयानबाजी क्षेत्रीय शांति और संवेदनशीलता के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है। उन्होंने आगे कहा, भारतीय राजनेता चुनावी उद्देश्यों के लिए भारत के लोकप्रिय पब्लिक डिस्कोर्स में पाकिस्तान को घसीटना बंद करें। पाकिस्तानी प्रवक्ता ने जम्मू कश्मीर पर अपना पुराना प्रोपेगैंडा फिर से दोहराया और कहा कि यह आज भी अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र बना हुआ है।