चेन्नई: एमए चिदंबरम स्टेडियम में शनिवार को शाम रविचंद्रन अश्विन और वहां मौजूद सभी लोगों के लिए यादगार बन गई। अश्विन ने हाल ही में 100 टेस्ट मैच खेलने और टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट लेने का शानदार उपलब्धि हासिल की थी। इसी उपलब्धि के लिए उनका सम्मान समारोह हो रहा था। तमिलनाडु क्रिकेट संघ (TNCA) ने अपने नंबर एक खिलाड़ी अश्विन को सम्मानित करने के लिए खास कार्यक्रम किया। अश्विन के लिए यह यादों का सफर था। टीएनसीए ने उन्हें 1 करोड़ रुपये का चेक, एक खास गदा और स्मृति चिन्ह भेंट की।कैसे मिली सीएसके में जगह?
अश्विन ने इस मौके पर बताया कि 16 साल पहले कैसे उनकी जर्नी शुरू हुई थी। उन्होंने कहा, 'अगर मुझे यह घटना याद नहीं बताता तो आज सो नहीं पता। 2008 में मैं जॉली रोवर्स क्लब की तरफ से तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन की फर्स्ट क्लास लीग में इंडिया सीमेंट्स के खिलाफ खेल रहा था। मैंने उस मैच में 6 विकेट लिए और 'मैन ऑफ द मैच' की ट्रॉफी जीती। उसमें मुख्य अतिथि केएस श्रीकांत थे। उन्होंने माइक थामा और कहा, 'अश्विन, आपने शानदार गेंदबाजी की। आपको चेन्नई सुपर किंग्स में जाकर मुथैया मुरलीधरन से सीखना चाहिए।
चेन्नई सुपर किंग्स का कॉन्ट्रैक्ट अश्विन को इसके एक दिन बाद ही मिल गया। उन्होंने बताया, 'मैं निराश था क्योंकि मैं सीएसके टीम में नहीं था। उस वक्त घरेलू खिलाड़ियों के लिए नीलामी नहीं होती थी। श्रीकांत ने सीएसके के सीईओ केएस विश्वनाथन की तरफ देखते हुए कहा, 'क्या आप उसे टीम में नहीं ले रहे हो?' उनके इस वाक्य ने मेरी पूरी जिंदगी बदल दी। अगले ही दिन मुझे सीएसके से कॉन्ट्रैक्ट मिल गया।'
श्रीनिवासन ने टीम में बचाई जगह
अश्विन ने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के समय काफी सपोर्ट दिया था। अश्विन ने बताया, '2013 में श्रीनिवासन ने मुझे फोन किया और कहा, 'वे आपको टीम से बाहर करना चाहते हैं, लेकिन मैंने उन्हें रोका और कहा कि आप पिछली सीरीज में 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' थे। आपको उन्हें साथ रखना होगा। उन्होंने टीम से कहा कि अगर वो चाहें तो दो ऑफ स्पिनर खिला सकते हैं।'
अश्विन यह बताना नहीं भूले कि TNCA और चेपक उनके लिए कितने खास हैं। उन्होंने कहा, 'इस मैदान ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मैं हमेशा TNCA वापस आता रहता हूं। हो सकता है कल मैं जिंदा न रहूं, लेकिन मेरी आत्मा इसी मैदान के आसपास रहेगी।'
इस मौके पर एस श्रीनिवासन, श्रीकांत, BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले मौजूद थे। अश्विन को अपना 'बेटा' बताते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि चेन्नई के एक शानदार ऑफ स्पिनर के लिए इतिहास में हमेशा जगह होगी। कुंबले ने अश्विन की सालों तक चुनौतियों के सामने हार न मानने की तारीफ की, वहीं बिन्नी ने जोर देकर कहा कि 37 साल के अश्विन ने खेल में फिर से 'स्पिन का जादू' ला दिया है।