मुंबई: 22 मार्च से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग में फैसलों में तेजी और सटीकता लाने के लिए ‘स्मार्ट रीप्ले’ प्रणाली शुरू की जाएगी। ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार टीवी अंपायर को ‘हॉक आई’ प्रणाली के दो ऑपरेटरों से सीधे इनपुट मिलेंगे जो उनके साथ एक ही कमरे में बैठेंगे और मैदान पर लगे आठ हाई-स्पीड कैमरों से ली गई फोटो से मदद करेंगे। इस नयी प्रणाली के अंतर्गत टीवी प्रसारण निर्देशक की भूमिका गैर जरूरी हो जायेगी जो अंपायर और हॉक-आई ऑपरेटरों के बीच सूचना आदान प्रदान करने का काम करता रहा है।नई प्रणाली टीवी अंपायर को पहले की तुलना में अधिक फोटो के विश्लेषण का मौका प्रदान करेगी और हॉक आई ऑपरेटरों के साथ उनकी बातचीत का सीधा प्रसारण भी करेगी ताकि दर्शकों को स्पष्ट रूप से फैसले के पीछे की प्रक्रिया समझ आ जाए।
निर्णायक फैसले के लिए होगा मददगार
इस प्रणाली से अंपायर को विभिन्न कोण से अधिक और स्पष्ट फोटो देखने में मदद मिलेगी जिससे वे बाउंड्री की रस्सी के पास कैच, पीछे पकड़े गये कैच, पगबाधा, स्टंपिंग पर सटीक फैसला कर पायेंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में यहां चुनिंदा अंपायरों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की।
इससे भारतीय और विदेशी अंपायरों सहित लगभग 15 अंपायर इस आईपीएल में स्मार्ट रीप्ले प्रणाली का इस्तेमाल करेंगे। ‘द हंड्रेड’ प्रतियोगिता में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने इसी तरह की रेफरल प्रणाली का प्रयोग किया था।