इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टीमों ने अगले तीन सीजन के लिए प्लेयर रिटेंशन की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया है। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 10 फ्रेंचाइजी की राय अलग-अलग रही, लेकिन अधिकांश ने पहले की तुलना में अधिक रिटेंशन की मांग की है। ज्यादातर टीमें अपने 5-7 खिलाड़ी रिटेन करना चाहती हैं। इसमें से एक ने आठ का सुझाव भी दिया है। वहीं कुछ टीमों ने कोई भी रिटेंशन नहीं होना चाहिए, ऐसा सुझाव दिया है।
मेगा ऑक्शन इस साल के अंत में हो सकता है। वहीं इम्पैक्ट प्लेयर नियम बने रहने की उम्मीद है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 2021 में फ्रेंचाइजी को अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी थी। इसमें तीन से अधिक भारतीय और दो से अधिक विदेशी खिलाड़ी नहीं हो सकते थे।
मालिकों की एक मीटिंग में अंतिम होगा फैसला
रिपोर्ट के अनुसार, BCCI ने रिटेंशन पॉलिसी को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू की है। इस महीने के अंत में मालिकों की एक मीटिंग में अंतिम फैसले के बाद घोषणा होने की उम्मीद है। बैठक तब होने की उम्मीद है जब सभी मालिक हिस्सा लेने के लिए उपलब्ध होंगे।
क्या है खिलाड़ियों को रिटेन करने का नियम?
अभी नीलामी के लिए रिटेन के नियम के मुताबिक एक टीम ज्यादा से ज्यादा 4 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। वहीं एक खिलाड़ी को राइट टु मैच (RTM) कार्ड के साथ अपने साथ जोड़ा जा सकता था। ऐसे में टीमों को पांच खिलाड़ियों को रिटेन का मौका मिलता है। किसी भी टीम को अधिकतम 2 विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन करने की इजाजत है।
टीमें पर्स की रकम भी बढ़ाना चाहती हैं
इसके अलावा टीमें ने ऑक्शन पर्स भी बढ़ाना चाहती हैं। इस बार पर्स में भी 20 करोड़ का इजाफा हो सकता है। अभी मेगा ऑक्शन में प्रत्येक टीम के पास नीलामी के लिए 100 करोड़ रुपए रहते हैं।