भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा है कि क्रिकेट आज भारत में जिस स्तर पर पहुंचा है उसमें बुनियादी ढांचे की सबसे अहम भूमिका रही है। इसीलिए अगर देश में हॉकी को भी शीर्ष पर पहुंचाना है तो बुनियादी ढ़ाचे को बेहतर बनाना होगा। कपिल ने कहा कि देश में अच्छे बुनियादी ढांचा देने की जरूरत है जिससे बच्चे अपनी पसंद का खेल खेल सकें।
उन्होंने कहा कि सुविधाओं बेहतर होने के कारण ही क्रिकेट आज नयी ऊंचाईयों तक पहुंच गया है ,
इसी प्रकार अगर हम यही सुविधाएं अन्य खेलों को भी उपलब्ध कराये तो वहां भी हमें बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। जैसे हॉकी के लिए अगर 200 अतिरिक्त एस्ट्रो टर्फ के मैदान तैयार किये जायें तो खिलाड़ियों को अभ्यास का अच्छा अवसर मिलेगा जिसका लाभ आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों के बाद जो अहम बदलाव आया है वह यह है कि आज माता-पिता अपने बच्चों को मैदान पर लाते हैं और कहते हैं ‘इन्हें खिलाड़ी बनाओ'। हमारे समय में, किसी भी माता-पिता के पास अपने बच्चों को मैदान पर लाने के लिए समय नहीं था। आज वे हमारे पास आते हैं और पूछते हैं कि क्या वे आईपीएल में खेल सकते हैं या फिर वे भारत के लिये खेल सकते हैं?
वहीं दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने कहा कि मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग समझते है कि ओलंपिक पदक शारीरिक फिटनेस की बदौलत जीते जाते हैं। वे सोचते हैं कि विश्व कप जीतने में तकनीक अहम होती है पर सही बात यह है कि यह केवल आपके दिमाग से होता है जो तय करता है कि आप जीतोगे या हारोगे।