रायपुर । खादी के महत्व को कभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मौसम कोई भी हो, खादी के कपड़े अनुकूल होते हैं। खादी के क्षेत्र में भी युवाओं के लिए कैरियर की अपार संभावनाएँ हैं। यह बातें मैट्स यूनवर्सिटी के हिन्दी विभाग एवं भारत सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, राज्य कार्यालय रायपुर द्वारा हिन्दी सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में विद्वानों ने कहीं।
मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. रेशमा अंसारी ने बताया कि राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष हिन्दी सप्ताह का आयोजन 14 सितंबर तक किया जाता है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधयों का आयोजन किया जाता है। भारत सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के छत्तीसगढ़ राज्य कार्यालय खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, रायपुर द्वारा निबंध प्रतियोगिता के लिए इस वर्ष मैट्स यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग का चयन किया गया। यह जानकारी विद्यार्थियों को विशेष रूप से उपस्थित खादी और ग्रामोद्योग उद्योग के निदेशक के निज सहायक श्री रिजवान अहमद ने दी। उन्होंने बताया कि खादी विभाग अपनी अनेक योजनाओं के माध्यम से खादी के प्रति लोगों को जागरूक करने प्रचार-प्रसार और विकास के साथ ही युवाओं को स्वरोजगार भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। युवाओं को 50 लाख रुपए तक के लोन और 25 से 35 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. के.पी. यादव ने विद्यार्थियों को निबंध लेखन की बारीकियों से अवगत कराते हुए प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए अच्छी भाषा शैली के साथ कम शब्दों में पूरी बात कहने की कला से अवगत कराया। इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के महानदिशेक प्रियेश पगारिया ने हिन्दी सप्ताह के आयोजन की सराहना करते हुए निबंध प्रतियोगिता के लिए मैट्स यूनिवर्सिटी के चयन पर खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा ने खादी के वस्त्रों की विशेषताएं बताते हुए इसके ऐतिहासिक महत्व को भी रेखांकित किया। निबंध प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के 37 विद्यार्थिोयं ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता के विजेताओं को खादी विभाग द्वारा राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा। विभागाध्यक्ष हिन्दी डा. रेशमा अंसारी ने विभिन्न रचनात्मक कार्यक्रमों की जानकारी दी। हिन्दी सप्ताह के तहत कहानी लेखन, तात्कालिक भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के प्राध्यापकगण डाॅ. सुनीता तिवारी, डाॅ. सुपर्णा श्रीवास्तव, प्रियंका गोस्वामी, सुरभी सहित विभिन्न संकायों के विद्यार्थीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. कमलेश गोगिया ने किया। मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, उपकुलपति डाॅ. दीपिका ढांढ, कुलसचिव गोकुलानंदा पंडा ने हिन्दी सप्ताह के आयोजन को सराहनीय प्रयास बताया।