सियोल: उत्तर कोरिया ने पनडुब्बी से दागी जाने वाली नयी क्रूज मिसाइल का सप्ताहांत में परीक्षण कर 2024 की शुरूआत उकसावे की गतिविधि के साथ की है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने देश के पास परमाणु आयुध बढ़ने के मद्देनजर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के साथ परमाणु टकराव की धमकी दी है। अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम के आगे बढ़ने और रूस के साथ संबंध मजबूत होने से किम का हौसला बढ़ा है क्योंकि वह कूटनीतिक रूप से देश के अलग-थलग पड़े होने की स्थिति खत्म होने की आशा कर रहे हैं।
जनवरी में उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियां और कड़े बयानों ने इस बारे में चिंता पैदा की है कि वह अमेरिका और दक्षिण कोरिया के चुनावी वर्ष में दबाव बढ़ा रहा है। साल के अंत में हुए राजनीतिक सम्मेलन में किम ने दक्षिण कोरिया पर शत्रुता का आरोप लगाया था। इसके कुछ दिनों बाद, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ विवादित पश्चिमी समुद्री सीमा के पास लगातार तीन दिन तोपों से सैकड़ों गोले दागे, जिसके जवाब में सियोल ने भी इसी तरह की गोलाबारी की।किम जोंग ने दी धमकी
हालांकि, गोलाबारी से दोनों पक्षों में कोई हताहत या किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन विवादित समुद्री सीमा संकट पैदा करने वाले एक स्थान के रूप में उभर सकती है। उत्तर कोरिया की संसद, सुप्रीम पीपुल्स असेंबली की 15 जनवरी की बैठक में किम ने एक बार फिर कहा था कि उनका देश उत्तरी सीमा रेखा को मान्यता नहीं देता है, जिसे 1950-53 के कोरियाई युद्ध के अंत में अमेरिका के नेतृत्व वाली संयुक्त राष्ट्र कमान द्वारा निर्धारित किया गया था। किम ने कहा कि अगर दक्षिण कोरिया उनकी भूमि, हवाई क्षेत्र और जल क्षेत्र के 0.001 मिलीमीटर का भी उल्लंघन करता है, तो इसे युद्ध के लिए उकसावा माना जाएगा। परमाणु पनडुब्बी बनाना चाहते हैं किम
पनडुब्बियों से दागे जाने के लिए डिजाइन की गई क्रूज मिसाइलों के परीक्षण के साथ किम ने बढ़ते बाहरी खतरों का मुकाबला करने के लिए परमाणु-हथियार से लैस नौसेना बनाने के अपने लक्ष्य का फिर से उल्लेख किया है। सरकारी मीडिया ने कहा कि किम ने परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बी बनाने के उत्तर कोरिया के प्रयासों पर भी जोर दिया, हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए बाहरी मदद की आवश्यकता होगी।