रायपुर। देवपुरी के आर.एस. ड्रीमलैंड प्रोजेक्ट और उसके फर्म संचालक के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने वालों के खिलाफ टिकरापारा थाने में जुर्म दर्ज किया गया है। आरोप है कि समता काॅलोनी निवासी किशोर कुंदनानी ने आपराधिक साजिश रचते हुए फलैट एवं राशि गबन कर छोटे भाई खुशीराम कुंदनानी को लाखों रूपए का नुकसान पहुंचाया। इस मामले में पुलिस ने जुर्म दर्ज कर अपराध की विवेचना शुरू कर दी है।
टिकरापारा थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक विशाल गुप्ता ने मामले की जानकारी देते हुए जुर्म दर्ज कराई कि वर्ष 2001 में किशोर कुंदनानी रायपुर के बड़े बिल्डर श्याम शर्मा के यहां काम करते थे. इसी दौरान अपने छोटे भाई खुशीराम कुंदनानी के बिजनेस को बढ़ाने के नाम पर झूठा आश्वासन दिया और वर्ष 2014 में किशोर कुंदनानी को खुशीराम ने अपनी कंपनी का डायरेक्टर बनाकर काम संभालने का जिम्मा दे दिया। इसी दौरान किशोर ने खुशीराम के हस्ताक्षर हुए चेक, हुंडी-चिट्ठी, पेमेंट वाउचर को अपने पास रखकर कंपनी को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज में खुशीराम के हस्ताक्षर किये हुए रखे हुए है। इस वजह से कंपनी कर्ज में डूब गई। इसके अलावा किशोर कुंदनानी ने अपने बेटे दीपेश कुंदनानी एवं रिश्तेदार उमेश श्रेष्ट ने एक राय होकर मुख्य प्रोजेक्ट इम्प्रोसिया एलाइट में टू और थ्री बीएचके फ़्लैट खरीदने के लिए बैंक के माध्यम से ट्राई-पार्टी एग्रीमेंट कराया। फाइनेंस होने के बाद कंपनी के खाते में राशि पहुंची और उस राशि को कुछ समय के बाद किशोर कुंदनानी ने निकाल लिए। किशोर ने क्रय किए हुए फ़्लैट के पैसे भी निकाल लिए और फ़्लैट को भी अपने बेटे के नाम पर रख लिए। इसके बाद वर्ष 2019 में किशोर ने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा भी दे दिया।
खुशीराम के महत्वपूर्ण दस्तावेज आज भी किशोर के पास है, ऐसे में उन्होंने गोपनीय दस्तावेज के दुरूपयोग की संभावना भी जताई है। एफआईआर में यह भी जिक्र किया गया है कि किशोर कुंदनानी द्वारा एम्प्रोसिया एलाइट के फ़्लैट को अवैध तरीके से कब्जा करने की नियत से कंपनी के कर्मचारियों को भी धमकाया जा रहा है और जबरन वसूली एवं ब्लैकमेलिंग की कोशिश की जा रही है। खुशीराम ने आशंका जताई है कि किसी प्रकार का उनपर और उनके परिवार व कर्मचारी पर जानमाल की हानि होगी तो उनके बड़े भाई किशोर की जवाबदारी रहेगी।