मुम्बई । आईपीएल के अगले सत्र के लिए होने वाली नीलामी से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) इस बात को लेकर संशय में है कि वह किसे बनाये रखे और किसे नहीं। जिस प्रकार से राहुल तिपाठी ने आईपीएल और उसके बाद मश्ताक अली टूर्नामेंट में बल्लेबाजी की है उससे केकेआर की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं। 2022 से लीग में 10 टीमें खेलने वाली हैं और इसके लिए मेगा नीलामी होगी। ऐसे में हर फ्रेंचाइजी नए सिरे से अपनी टीम को मजबूत करने की रणनीति बना रही है। उसके लिए किस खिलाड़ी को बरकरार रखना है और किसे बाहर करना है यह टीम प्रबंधन तय नहीं कर पा रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल कोई आरटीएम कार्ड नहीं होगा। फ्रेंचाइजी चार खिलाड़ियों को दो अलग-अलग संयोजन के तहत बरकरार रख सकेगी। पहला-तीन भारतीय और एक विदेशी, जबकि दूसरा-2 भारतीय और इतने ही विदेशी। यानी टीम 4 में से तीन भारतीय और एक विदेशी को बनाये रखें या फिर दो देसी और 2 विदेशी खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़े रखे। विदेशी खिलाड़ी के रूप में केकेआर ऑयन मोर्गन और आंद्रे रसेल या शाकिब अल हसन में से किसी एक को बरकरार रख सकती है। मॉर्गन की कप्तानी में ही इस बार टीम ने फाइनल खेला था पर 3 देसी खिलाड़ियों का चयन आयान नहीं रहेगा।
टीम के पास दिनेश कार्तिक, हरभजन सिंह, जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के अलावा वेंकटेश अय्यर भी हैं। पारी की शुरुआत के लिए राहुल त्रिपाठी और शुभमन गिल के बीच मुकाबला है। ऐसे में केकेआर को यह तय करने में परेशानी आएगी कि आईपीएल 2022 के लिए किस देसी खिलाड़ी को बरकरार रखें और किसे नहीं। राहुल घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र की तरफ से खेलते हैं। साल 2017 में आईपीएल के डेब्यू सीजन में राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स के साथ इस बल्लेबाज ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी की थी।
वहीं 2018 और 2019 में वो राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले थे।साल 2020 में हुई आईपीएल नीलामी में के बाद उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 60 लाख रुपए में लिया था हालांकि, केकेआर के साथ उनका पहला साल अच्छा नहीं गया और राहुल ने 11 मैच में 230 रन बनाए थे पर इस बार उन्होंने केकेआर को फाइनल में पहुंचाने में अहम अहम भूमिका निभाई थी।