कोरबा कृर्षि कल्याण परिषद के सदस्य अमन पटेल ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से मुलाकात कर कोरबा जिले के कृषकों की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होने बताया कि कोरबा जिले के किसानों को धान उपज का उत्पादक प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पटवारियों के चक्कर काटने पड़ रहे है। जबकि ऐसी व्यवस्था छत्तीसगढ़ प्रदेश के अन्य और किसी भी जिले में नही है। अन्य सभी जिलों में किसानों के धान खरिदी उनके पंजीयन के आधार पर टोकन प्राप्त करने उपरांत की जा रही है लेकिन कोरबा जिले में पंजीयन के अतिरिक्त उत्पादक प्रमाण पत्र की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।
उत्पादक प्रमाण पत्र की आवश्यकता के विषय पर धान मंडियों में किसी प्रकार का आदेश नही होने के बावजूद किसानों को परेशान करने के उद्देश्य से उत्पादक प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बाध्य किया जा रहा है।
उन्होने आगे बताया कि किसान उत्पादक प्रमाण पत्र बनवाने को तैयार है लेकिन कैसे और किससे? जिले में लगभग पटवारियों को इधर से उधर किया गया है तथा पटवारी धान मंडियों में मिलते नही है। पटवरियों के पास और भी अनेकों काम होते हैं। ऐसे में कोरबा जिले के कृषक काफी परेशान है।
इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से संबंधित विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर इस पर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही कर कृषकों की समस्या का निदान करने के निर्देश दिये हैं। कृर्षि कल्याण परिषद के सदस्य अमन पटेल ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भरोसा जताया है कि शीघ्र ही इस समस्या से कोरबा जिले के किसानों को प्रदेश के अन्य जिलों की भांति सुविधाएं मिलने लगेगी।