मैड्रिड । कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक घर की तस्वीर शेयर की गई थी। लोग इसे 'चमत्कारी घर' कह रहे थे क्योंकि चारों तरफ से धधकते लावा से घिरे होने के बावजूद इस घर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। घर के मालिकों का कहना है कि ला पाल्मा ज्वालामुखी विस्फोट के बाद से निकल रहे लावा ने आखिरकार 'चमत्कारी घर' को भी निगल लिया है।
घर के मालिक रिटायर्ड डेनिश दंपति इंगे और रेनियर कॉक ने बताया कि यह घर लावा की चपेट में आ चुका है। स्पेन के एक समाचार पत्र से बात करते हुए उन्होंने कहा सब खत्म हो चुका है। यह घर उन्होंने छुट्टियां मनाने के लिए बनवाया था। वह स्थाई रूप से डेनमार्क में रहते हैं। कॉक ने कहा हमने इस प्यारे द्वीप पर अपना सब कुछ खो दिया। यह बहुत दु:खद है। मैं और इंगे पूरी तरह टूट चुके हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने के बाद घर की तस्वीरें पूरी दुनिया में सुर्खियां बन गई थीं। लोगों ने इसे 'साहस' का
प्रतीक बताया, क्योंकि
ज्वालामुखी से निकलते लावा ने सैकड़ों घरों और कई एकड़ की खेती को जलाकर राख कर दिया है। यह घर लावा की एक नदी के बीच मौजूद छोटे से टीले पर स्थित था। धीरे-धीरे लावा का प्रवाह बढ़ता गया और जमीन का छोटा टुकड़ा भी अंगारों की चपेट में आ गया। इलाके के अन्य घरों की तरह यह घर भी आग के दरिया में समा गया। स्पेन के ला पाल्मा द्वीप पर हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद निकल रहा लावा अटलांटिक महासागर तक पहुंच गया है।
इस घटना के बाद से जहरीली गैसों के निकलने की भी आशंका है, जिससे स्थानीय निवासियों को घरों के अंदर ही रहने को मजबूर होना पड़ा। ज्वालामुखी फटने के बाद 19 सितंबर को
लावा निकलना शुरू हुआ था और अधिकारियों ने स्थिति सामान्य होने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार किया लेकिन अब क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है। इससे लगभग 656 इमारतें
नष्ट हो गई है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि समुद्र में लावा के आने से छोटे विस्फोट होने की आशंका है और जहरीली गैसें निकलती हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। अधिकारियों ने 3.5 किलोमीटर
(2.1 मील) की सुरक्षा परिधि स्थापित की और क्षेत्र के निवासियों को जहरीली गैसों के प्रभाव में आने से बचने के लिए खिड़कियों को बंद करके घरों के अंदर रहने के लिए कहा। कैनरी द्वीप के क्षेत्रीय अध्यक्ष एंजेल विक्टर टोरेस ने ‘कोप रेडियो’ से कहा कि उनकी सरकार उन लोगों को मकान देने का काम कर रही है, जिन्होंने
अपने मकानों को खो दिया है। अधिकारियों की योजना वर्तमान में खाली पड़े 100 से अधिक
मकानों को खरीदने की है।