कोरबा विभिन्न 15 सूत्रीय मांगों की पूर्ति के लिए भूविस्थापितों के द्वारा लगातार जारी आंदोलन की अगली कड़ी में दीपका परियोजना खदान को बंद कराया गया। यहां 8 घंटे प्रदर्शन कर कोयला उत्पादन ठप्प कराने के साथ ही परिवहन कार्य भी नहीं होने दिया गया। खदान बंदी के दौरान हुई चर्चा में मुख्यालय स्तर के अधिकारियों से वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया है।
एसईसीएल की कोरबा जिले में संचालित कोरबा सहित कुसमुण्डा, दीपका व गेवरा परियोजना खदान के भूविस्थापितों की नौकरी, पुनर्वास और मुआवजा सहित मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति की मांग वर्षों से लंबित है। इसके अलावा अन्य समस्याएं भी निराकृत नहीं की जा रही हैं। 15 सूत्रीय मांगों का निराकरण के लिए ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले 3 अक्टूबर से दीपका परियोजना प्रभावित ग्राम मलगांव में टेन्ट लगाकर प्रदर्शन शुरू किया गया। इसके बाद दूसरी परियोजनाओं में प्रदर्शन प्रारंभ करने के साथ आंदोलन का विस्तार की पहली कड़ी में दीपका खदान का घेराव कर उत्पादन ठप्प कराया गया।
सुबह से ही प्रभावित गांवों के लोग एवं जन प्रतिनिधि खदान के निकट एकत्र होने लगे थे। 9 बजे सभी ने खदान क्षेत्र में प्रवेश किया और शाम 5 बजे तक यहां उत्पादन और परिवहन को पूरी तरह ठप्प करा दिया। आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में एसईसीएल के सुरक्षा कर्मी, जिला पुलिस बल के अधिकारी व जवान तैनात रहे। कटघोरा एसडीएम नंदजी पांडेय, एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी, दर्री सीएसपी सुश्री लितेश सिंह सहित पुलिस-प्रशासन के अधिकारी यहां मौजूद रहे। परियोजना के महाप्रबंधक व एसईसीएल के अधिकारी भी उपस्थित रहे। इनके द्वारा आंदोलन को खत्म कर वार्ता के लिए बार-बार समिति पदाधिकारियों से आग्रह किया जाता रहा
जिसे दरकिनार कर 5 बजे तक खदान ठप्प रखा गया। इस बीच एसईसीएल व प्रशासन द्वारा समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप एवं पदाधिकारियों की मंशानुरूप मुख्यालय स्तर के अधिकारियों से वार्ता का समय तय किया गया। गेवरा हाउस में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ बैठक कराई जाएगी जिसमें डायरेक्टर पर्सनल, डायरेक्टर टेक्निकल, जीएम मैन पॉवर आदि शामिल होंगे।
जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल, जनपद सदस्य उत्तम पटेल, ग्राम सरपंच मलगांव धनकुंवर, अमगांव बृजकंवर, करतली जयपाल सिंह कुशरो, ढपढप शिवनारायण, अरदा श्रवण कुमार, शुक्लाखार देवेन्द्र सिंह, सुवाभोड़ी मीना जगत, बेलटिकरी बसंत कंवर, उपसरपंच संतोष, सिरकीखुर्द सरपंच विजय श्याम, खोडरी प्रताप सिंह कंवर के अलावा रविन्द्र जगत, अनसुईया राठौर, प्रकाश कोर्राम, विजय श्याम, मनीराम भारती, विजय पाल सिंह ठाकुर, संतोष दास महंत, कुलदीप सिंह राठौर, ललित महिलांगे, जगदीश पटेल, रुद्र दास महंत, कुसमुंडा से बृजेश श्रीवास, प्रताप सिंह कंवर, ध्रुव कुमार, धरम सिंह कंवर, हीरालाल कंवर, अंजोर साय पटेल, बसंत कुमार यादव, भरत पटेल, गजेंद्र सिंह ठाकुर, अर्जुन वस्त्रकार, राजू यादव, गीताबाई, सगुना बाई, तीज कुंवर, रामकुमार, भुजबल बिंझवार, हरीश यादव, सुभाष यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।