कवर्धा । कवर्धा के लोहारीडीह हत्याकांड में गिरफ्तार एक आरोपी की जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मृतक की पहचान प्रशांत साहू के रूप में हुई है। आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था और इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मंगलवार को उसकी जेल में मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जबकि गांव में सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
दरअसल रविवार को कवर्धा जिले के लोहारीडीह गांव में हिंसा भड़क गई थी, जब ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगा दी। इस आगजनी में उप सरपंच की मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति लापता है। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़पें हुईं, जिसके बाद पथराव शुरू हो गया। इस घटना में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव और कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं।
लोहारीडीह गांव में भय और दहशत का माहौल व्याप्त है। गांव के अधिकांश घरों में ताले लटके हुए हैं। लोग या तो फरार हैं या फिर पुलिस की हिरासत में हैं। वहीं फरार ग्रामीणों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। जिस शिवप्रसाद साहू की घर में लाश मिली थी, उसे पुलिस ने आत्महत्या बताया है। सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच उसके शव को दफनाया गया। अंतिम संस्कार में सिर्फ उसका 8 साल का बेटा शामिल हुआ। वहीं शिव प्रसाद की पत्नी भी पुलिस की हिरासत में हैं और उसकी बेटियां घर में हैं। बेटियों ने रघुनाथ साहू पर पिता को मारने का आरोप लगाया है।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिलेभर से पुलिस बल और सैकड़ों बटालियन के जवानों को बुलाया गया, जिसके बाद ग्रामीण अपने घर छोड़कर भाग गए। पुलिस ने गांव में प्रवेश कर स्थिति को काबू में किया और अब तक 69 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में 170 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
गृह मंत्री का बयानलोहारीडीह हिंसा पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए कहा, "ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए थीं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और प्रभावित गांव में पुलिस बल तैनात है। मध्यप्रदेश बॉर्डर के पास एक व्यक्ति की लाश भी मिली है, जिसकी जांच चल रही है। इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
वर्तमान में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है, और प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ हालात पर नजर बनाए हुए है।