भोपाल । बेटियों के लिए डाक विभाग की ओर से शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) प्रदेशवासियों को खासी रास आ रही है। यही कारण है कि इस वर्ष सात महीने में ही मध्यप्रदेश के 52 जिलों में एसएसवाइ के 4 लाख 56 हजार 997 खाते खोले जा चुके हैं। इस योजना में हमारा प्रदेश सबसे आगे चल रहा है।
जबकि दूसरे प्रदेश इन आंकड़ों से आधे या उससे कम पर अटके हुए हैं। प्रदेश में अभी तक सबसे अधिक 90,954 खाते खोलकर रीवा टॉप पर चल रहा है। वहीं प्रदेश के चार बड़े शहरों में जबलपुर ने 15,744, ग्वालियर ने 6417, इंदौर ने 4707 और भोपाल ने 3493 खाते खोले हैं। देश भर के अलग-अलग प्रांतों में अभी तक कुल 17 लाख 73 हजार 197 खाते खोले गए हैं।
मध्यप्रदेश में खाते खोलने वाले टॉप 5 जिले
जिला कुल खाते
रीवा 90,954
छतरपुर 26,780
देवास 24,149
टीकमगढ़ 20,620
बालाघाट 20,215
किस सर्कल में कितने खाते खुले
सर्कल खातों की संख्या
मध्यप्रदेश 4,56,997
उत्तरप्रदेश 2,17,553
राजस्थान 1,76,836
तमिलनाडू 1,40,823
महाराष्ट्र 1,35,203
कर्नाटक 80,971
आंध्रप्रदेश 76,373
गुजरात 64,007
बिहार 53,869
ओडि़शा 51,705
वेस्ट बंगाल 47,746
केरला 42,463
छत्तीसगढ़ 40,340
हरियाणा 36,895
तेलंगाना 35,561
पंजाब 28,246
असम 19,827
उत्तराखंड 18,119
दिल्ली 16,112
हिमाचल प्रदेश 13,053
झारखंड 9,553
नोर्थ इस्ट 5,941
जम्मू-कश्मीर 5,004
(नोट - ये आंकड़े 01 अप्रैल से 13 सितंबर 2021 तक के हैं)
जाने सुकन्या समृद्धि योजना योजना को
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) केंद्र सरकार की एक छोटी बचत योजना है जिसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत लांच किया गया था। छोटी बचत स्कीम में सुकन्या सबसे बेहतर ब्याज दर वाली योजना है। सुकन्या समृद्धि योजना पर सालाना 7.6 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलता है, जो फिक्स्ड डिपॉजिट, राष्ट्रीय बचत पत्र, मंथली इनकम स्कीम, किसान विकास पत्र या रेकरिंग डिपॉजिट जैसी योजनाओं से अधिक है। इस स्कीम के तहत बच्ची के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए माता-पिता 10 साल तक की आयु की बच्ची के नाम पर खाता खोल सकते हैं। खाते को न्यूनतम 250 रुपये से शुरू किया जा सकता है। इसमें एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय की गई है। सुकन्या समृद्धि स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश किया जा सकता है।
कारगर साबित हो रही है योजना
बेटियों को बढ़ावा देने के हिसाब एसएसवाइ योजना कारगर साबित हो रही है। कोविड-19 के कारण जून तक इस योजना पर कुछ खास काम नहीं कर पाए थे, लेकिन उसके बाद तीन लाख खाते तक खोले गए। 12 जुलाई से 30 सितंबर तक इसके लिए विशेष अभियान चलाया था। एक दिन में 15 हजार खाते भी खोले गए हैं। डाक विभाग की पूरी टीम ने इसके लिए प्रयास किए हैं। प्रदेश सरकार भी इसमें सहयोग प्रदान कर रही है।
- जितेंद्र गुप्ता, चीफ पोस्ट मास्टर जनरल, डाक विभाग मध्यप्रदेश