संजय मांजरेकर का कहना है कि श्रेयस अय्यर को अपना फॉर्मेट डिसाइड करना होगा। अगर वह टेस्ट खेलना चाहते हैं तो उन्हें अपना डिफेंसिव गेम मजबूत करना होगा। इसके बिना वह इस फॉर्मेट में लम्बा नहीं टिक सकेंगे।
श्रेयस इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती 2 टेस्ट में फ्लॉप रहे। जिसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी 3 टेस्ट की टीम से बाहर कर दिया गया।
टेस्ट के लिए डिफेंस मजबूत होना जरूरी
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मांजरेकर ने ESPN को बताया, 'अय्यर को अपना फॉर्मेट डिसाइड करना पड़ेगा कि उन्हें किसमें आगे बढ़ना है। अगर वह टेस्ट पर फोकस कर रहे हैं तो उन्हें अपने डिफेंसिव गेम पर काम करना होगा। ऐसा करने से वह पिच पर डिफेंस से कॉन्फिडेंस बढ़ाएंगे और फिर अटैकिंग शॉट्स खेलेंगे। जबकि अभी वह प्रेशर दूर करने के लिए अटैकिंग शॉट्स खेलकर अपना विकेट गंवा रहे हैं।'
श्रेयस 13 पारियों से फिफ्टी नहीं लगा सके
श्रेयस अय्यर ने टेस्ट में आखिरी बार बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर 2022 में फिफ्टी लगाई थी। उन्होंने तब 87 रन की पारी खेली थी, इसके बाद उन्होंने 13 पारियां खेलीं, लेकिन एक में 50 रन का स्कोर नहीं पार कर सके। उनका बेस्ट स्कोर भी 35 रन ही रहा।
इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती 2 टेस्ट में खराब परफॉर्मेंस के बाद उन्हें आखिरी 3 टेस्ट के स्क्वॉड में जगह नहीं मिली। वह अब रणजी ट्रॉफी खेलकर टेस्ट टीम में वापसी कर सकेंगे।
चैपल ने भी की अय्यर की आलोचना
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ईयन चैपल ने श्रेयस को बाहर करने के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने ESPN पर कहा, 'उम्मीद है कि अब सिलेक्टर्स श्रेयस अय्यर की बैटिंग को समझ गए होंगे और उन्हें ज्यादा आंकना बंद कर देंगे। अब टाइम आ गया है कि मैनेजमेंट कुलदीप यादव की विकेट लेने की क्षमता पर ज्यादा ध्यान दे।'
श्रेयस की जगह लेंगे राहुल
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट में 15 फरवरी को शुरू होगा। मैच से पहले केएल राहुल फिट हो चुके हैं। वह इंजरी के कारण दूसरा टेस्ट नहीं खेल सके थे, ऐसे में वह ही तीसरे टेस्ट में श्रेयस की जगह नंबर-4 पर बैटिंग करेंगे।
रजत पाटीदार ने दूसरे टेस्ट में डेब्यू किया था। अगर मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा जताया तो उन्हें लगातार दूसरा मैच खेलने को मिल सकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो रणजी ट्रॉफी में लगातार रन बना रहे सरफराज खान भी डेब्यू कर सकते हैं।