नई दिल्ली । आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम), विनिधानकर्ता शिक्षा और संरक्षण निधि प्राधिकरण (आईईपीएफए) और भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के साथ भारतीय स्वतंत्रता के 75 साल का जश्न मनाने के लिए 'निवेशक को सशक्त बनाना' विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार “आईईपीएफए, जर्नी ऑफ 5 इयर्स एंड वे फॉरवर्ड' का आयोजन किया । वेबिनार के दौरान आईईपीएफए ने निवेशकों को शिक्षा और जागरूकता प्रदान करने की अपनी 5 वर्षों की यात्रा को लोगों के बीच साझा किया। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) योजना मंत्रालय और केंद्रीय कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। आईईपीएफए को दिए गए कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए बधाई देते हुए, सिंह ने कहा, "यह उल्लेखनीय बात है कि आईईपीएफए द्वारा आईसीएसआई, आईसीएआई, सीएससी और ई-गवर्नेंस जैसे विभिन्न संगठनों के सहयोग से 55 हजार से अधिक निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। आईईपीएफए ने डायरेक्ट निवेशक जागरूकता कार्यक्रमों, मीडिया अभियानों, लघु फिल्मों और अन्य हितधारकों के साथ जुड़कर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में घरेलू निवेशकों, गृहिणियों, पेशेवरों आदि दूसरे संबंधित पक्षों को संवेदनशील बनाने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है। “कोविड-19 महामारी की वजह से लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन और प्रतिबंधों के बावजूद, आईईपीएफए ने सोशल मीडिया, मास मीडिया, रेडियो, इग्नू ज्ञानदर्शन चैनल जैसे विभिन्न डिजिटल माध्यमों के माध्यम से वित्तीय शिक्षा का प्रसार जारी रखा। मैं आईईपीएफए से निवेशक जागरूकता और संरक्षण के तहत मौजूदा और आने वाले क्षेत्रों में अपने अच्छे कार्यों को जारी रखने की अपील करता हूं। कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के सचिव राजेश वर्मा ने अपने संबोधन में आईईपीएफए की 5 वर्षों की यात्रा को साझा किया और कहा, “आईईपीएफए ने इस दौरान लगभग रु. 1,000 करोड़ रुपये के मार्केट मूल्य के डिविडेंड और शेयर निवेशकों को रिफंड किए हैं। इसके अलावा निवेशकों की सुविधा और जनता तक पहुंचने के लिए कई प्रौद्योगिकी आधारित और नागरिक केंद्रित पहल की है। आईईपीएफए मोबाइल ऐप का शुभारंभ, आईईपीएफ पोर्टल में सुधार, हेल्पलाइन नंबर और कॉल सेंटर निवेशकों की शिक्षा और जागरूकता की दिशा में कुछ ऐसे ही कदम हैं।