बिल गेट्स की पूर्व पत्नी मेलिंडा गेट्स अब बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से भी अलग होने जा रही हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि यह सही समय है कि वे परोपकार के क्षेत्र में दूसरे पड़ाव की तरफ जाएं। मेलिंडा इस फाउंडेशन से साल 2000 से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि बिल गेट्स से उनके सेपरेशन एग्रीमेंट के तहत गेट्स फाउंडेशन में किए चैरिटेबल काम के लिए उन्हें अतिरिक्त 12.5 अरब डॉलर का पेआउट मिलेगा।
मेलिंडा ने एक X पोस्ट में लिखा, 'काफी सोच-विचार के बाद मैंने तय किया है कि मैं बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की को-चेयर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी से रिजाइन कर दूं। फाउंडेशन के साथ काम करने का मेरा आखिरी दिन 7 जून रहेगा। मैं यह कदम इस भरोसे के साथ उठा रही हूं कि गेट्स फाउंडेशन मजबूत हालत में है। CEO मार्क सुजमैन, एक्जीक्यूटिव लीडरशिप और अनुभवी बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज इस बात का खयाल रखेंगे कि सभी जरूरी काम जारी रहें।'
बिल गेट्स बोले- यकीन है आप आगे भी परोपकारी काम से गहरी छाप छोड़ेंगी
मेलिंडा गेट्स के इस अनाउंसमेंट के बाद बिल गेट्स ने एक अलग पोस्ट में कहा कि मेलिंडा के जाने से दुखी हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि भविष्य में अपने परोपकारी काम से वे गहरी छाप छोड़ेंगी। मैं फाउंडेशन के कामों और दुनिया के लाखों लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने के प्रति पूरी तरह से कमिटेड हूं।
मई 2021 में तलाक लेने के बाद भी फाउंडेशन में साथ काम कर रहे थे बिल और मेलिंडा
गेट्स फाउंडेशन से मेलिंडा के बाहर होने की खबरें कई साल से आ रही थीं। बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स ने शादी के 27 साल बाद मई 2021 में तलाक का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि जीवन के अगले फेज में हम एक साथ अब आगे नहीं बढ़ सकते हैं। हालांकि, हम लोगों की भलाई के लिए अपने फाउंडेशन में साथ काम करते रहेंगे।
उन्होंने ये भी कहा था कि वे 2023 तक एक ट्रायल पीरियड में रहेंगे और देखेंगे कि क्या वे गेट्स फाउंडेशन में एक-साथ काम कर सकते हैं या नहीं। जुलाई 2021 में फाउंडेशन के CEO ने ऐलान किया था कि अगर दो साल बाद दोनों को लगता है कि वे साथ काम नहीं कर सकते हैं तो मेलिंडा गेट्स को-चेयर और ट्रस्टी के तौर पर अपने पद से रिजाइन करेंगीं।
1994 में हुई थी बिल और मेलिंडा की शादी
बिल गेट्स और मिलिंडा पहली बार 1987 में मिले थे और दोनों ने 1994 में शादी की थी। बिल गेट्स की गिनती दुनिया के सबसे अमीर लोगों में होती है। वे और मेलिंडा अपने समाजसेवा से जुड़े कामों के लिए भी जाने जाते हैं। दोनों के तीन बच्चे भी हैं।
मेलिंडा गेट्स ने साल 1996 में माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी छोड़ दी। इसके बाद साल 1996 से 2003 तक ड्यूक विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी में काम किया। फिर उन्होंने पति बिल गेट्स के साथ मिलकर गेट्स लाइब्रेरी फाउंडेशन बनाया, जिसका साल 2000 में नाम बदलकर 'बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन' कर दिया गया।मेलिंडा गेट्स 1,120 करोड़ डॉलर (93,529 करोड़ रुपयए) की मालकिन हैं।