मेलबर्न। राफेल नडाल ने इतिहास रच दिया है। 35 साल के स्पेनिश टेनिस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में 25 साल के रूसी स्टार डेनिल मेदवेदेव को पांच सेट तक चले संघर्ष में 2-6, 6-7, 6-4, 6-4, 7-5 से हरा दिया। यह नडाल के करियर का दूसरा ऑस्ट्रेलियन ओपन और ओवरऑल 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब है। फाइनल मुकाबला 5 घंटे और 24 मिनट तक चला।
नडाल का दूसरा ऑस्ट्रेलियन ओपन
2009 के बाद नडाल ने दूसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन पर कब्जा जमाया है। 2009 में नडाल ने रोजर फेडरर को फाइनल में हराया था। वह फाइनल मैच भी पांच सेट तक चला था। हालांकि उसके बाद नडाल को चार बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। आखिरकार 13 साल के इंतजार के बाद राफेल नडाल फिर से ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने में सफल रहे।
दो सेट हारने की बाद की वापसी
फाइनल मुकाबले का पहला सेट मेदवेदेव के नाम रहा। उन्होंने नडाल को 6-2 से हराया। खेल की शुरुआत में नडाल ने बढ़त जरूर बनाई थी, लेकिन मेदवेदेव ने शानदार वापसी करते हुए पहला सेट अपने नाम किया। दोनों के बीच दूसरा सेट काफी रोमांचक रहा। दोनों खिलाड़ियों ने दो बार एक दूसरे की सर्विस ब्रेक की। एक समय नडाल 4-2 से आगे चल रहे थे, तभी मेदवेदेव ने धमाकेदार वापसी की और मुकाबले को 6-6 की बराबरी पर ला खड़ा किया और टाइब्रेकर में ये सेट मेदवेदेव 7-6(7-5) से जीता।
पहले दोनों सेटों में मिली हार के बाद राफेल ने जोरदार वापसी की और लगातार दो सेट जीतकर मुकाबले को फाइनल सेट तक लेकर गए। तीसरा और चौथा सेट नडाल ने 6-4 से अपने नाम किया। फाइनल सेट भी मेदवेदेव ने हार नहीं मानी और नडाल के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया, लेकिन अंत में जीत एक बार फिर से राफेल नडाल के हाथों ही लगी। उन्होंने आखिरी सेट 7-5 से जीतकर अपने करियर का 21वां ग्रैंड स्लैम जीता।