नई दिल्ली : देश के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिकता के आधार पर चलाए जा रहे अपने प्रयासों के तहत नैसकॉम फ्यूचरस्किल्स और माइक्रोसॉफ्ट ने देश भर में एआई सिखाने की पहल शुरू करने के लिए आपस में सहयोग किया है। इस पहल का उद्देश्य वर्ष 2021 तक 1 मिलियन छात्रों को एआई का कौशल सिखाना है।
इस सहयोग के तहत छात्रों को लाइव डेमो, वर्कशॉप्स और असाइनमेंट सहित आसानी से समझ आने वालो मॉड्यूल्स की सहायता से माइक्रोसॉफ्ट की एआई, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस विशेषज्ञता की जानकारी दी जाएगी। एआई से जुड़े इन शुरुआती सत्रों के लिए स्नातक छात्रों को कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और इनमें डेटा सांइस, एजूरे पर मशीन लर्निंग मॉडल्स, और इंटेलिजेंट सोल्यूशन बनाने के लिए कॉग्निटिव समझ से जुड़ी आधारभूत जानकारी दी जाएगी।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के नेशनल टेक्नोलोजी ऑफिसर, डॉ रोहिणी श्रीवत्स ने कहा, “जैसे ही अर्थव्यवस्थाएं महामारी से उबरना शुरू करेंगी, डिजिटल कौशल तक बढ़ी पहुंच समावेशी आर्थिक विकास के प्रमुख कारकों में से एक होगी। एआई जैसी तकनीकें आज हर व्यवसाय को सक्षम बना रही हैं, इसलिए भारत के आर्थिक और सामाजिक मूल्य निर्माण के लिए एआई के हिसाब से तैयार ईकोसिस्टम का निर्माण बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। नौकरी के लगातार बदलते वातावरण के अनुरूप, भारत के युवाओं को एआई कौशल से लैस करने के लिए डिजिटल कौशल से जुड़ा इकोसिस्टम तैयार करने में माइक्रोसॉफ्ट ने काफी निवेश किया है और नैसकॉम फ्यूचरस्किल्स के साथ हमारी साझेदारी उस दिशा में एक मजबूत कदम है।
नैसकॉम के आईटी-आईटीईएस सेक्टर स्किल काउंसिल के वीपी और सीईओ, अमित अग्रवाल ने कहा, “बाधाओं और ग्राहकों की पसंद में बदलाव के कारण तकनीक और कौशल की मांग में बदलाव हो रहा हैं जिससे नई तरह की नौकरियों और व्यवसायों का विकास हुआ है। वर्तमान और भावी तकनीकी कर्मचारियों में कौशल का होना बहुत आवश्यक हो गया है। माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर की गई इस पहल का उद्देश्य न केवल भविष्य के लिए एआई कुशल प्रतिभाओं को तैयार करना है बल्कि आने वाले वर्षों में निरंतर रिस्किलिंग और अपस्किलिंग के माध्यम से रोजगार के मौकों अवसरों को भी बढ़ावा देना भी है। हमें इसे छात्रों के लिए सुनहरे अवसर के रूप में देखना चाहिए जहां वे एआई को अपनाकर अपने मौजूदा कौशल का विकास करके भविष्य के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं।”
माइक्रोसॉफ्ट की नैसकॉम फ्यूचरस्किल्स के साथ की गई साझेदारी दुनिया भर में 25 मिलियन लोगों को नए डिजिटल कौशल सिखाने में मदद से जुड़ी माइक्रोसॉफ्ट की वैश्विक कौशल पहल का हिस्सा है। ये कौशल डिजिटल अर्थव्यवस्था में कामयाब होने के लिए आवश्यक है।
21 सितंबर, 2020 से शुरू हो रही एआई क्लासरूम सीरीज को तीन मॉड्यूल्स में लाया जाएगा। ऑनलाइन क्लासों में लाइव डेमो, हैंड्स-ऑन वर्कशॉप्स और सेल्फ लर्निंग के जरिए असाइनमेंट, वर्चुअल इंस्ट्रक्टर के जरिए दी जाने वाली ट्रेनिंग और मेंटरिंग शामिल होंगे। इन क्लासरूम्स को विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा चलाया जाएगा, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। छात्रों के पास विभिन्न टाइम स्लॉट्स में से चुनने और सीखने की खुद की गति के हिसाब से योजना बनाने का विकल्प होगा। इसमें रजिस्टर्ड छात्र माइक्रोसॉफ्ट और गिटहब के कंटेंट और डेवलपर टूल्स का भी इस्तेमाल कर पाएंगे। सीरीज के आखिर में नैसकॉम और माइक्रोसॉफ्ट द्वारा छात्रों को पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।
यह साझेदारी नई क्लाउड और एआई तकनीकों को शैक्षिक पाठ्यक्रम के साथ जोड़ने के लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और कॉलेजों के साथ मिलकर काम करेगी, जिससे भारत को एआई में कुशल प्रतिभाओं का वैश्विक केन्द्र बनाया जा सके।