भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलिंपिक में सिल्वर मेडल दिला दिया है। नीरज ने 89.45 मीटर का भाला फेंका। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के स्कोर और ओलिंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल हासिल किया। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (88.54 मीटर) को ब्रॉन्ज मिला।
26 साल के नीरज लगातार 2 ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले तीसरे भारतीय बने। उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। इवेंट के बाद नीरज ने कहा- सभी को खुशी होती है जब हम देश के लिए पदक जीतते हैं। अब खेल को बेहतर बनाने का समय आ गया है। हम चर्चा करेंगे और प्रदर्शन को बेहतर बनाएंगे।
नीरज के पिता सतीश चोपड़ा ने उनका मेडल विनेश फोगाट को समर्पित किया। वहीं, मां सरोज देवी ने कहा कि यह सिल्वर भी गोल्ड जैसा है। नीरज के मेडल जीतने पर कई भारतीय हस्तियों ने अपने-अपने तरीके से उन्हें शुभकामनाएं दीं।
1. मां बोलीं- सिल्वर भी गोल्ड जैसा, जिसने गोल्ड जीता, वो भी मेरा लड़का
नीरज की मां सरोज देवी ने कहा, हम लोग बहुत खुश हैं। हमारे लिए यह सिल्वर भी गोल्ड जैसा है। जिसने गोल्ड जीता, वो भी मेरा ही लड़का है, उसने भी मेहनत की है। नीरज जब घर आएगा तो उसकी पसंद का खाना बनाकर उसे खिलाऊंगी।
2. पिता ने कहा, हर किसी का दिन होता है, आज पाकिस्तानी खिलाड़ी का था
नीरज के पिता सतीश कुमार ने कहा- हर किसी का दिन होता है, आज पाकिस्तानी खिलाड़ी का था। नीरज ने देश को सिल्वर मेडल दिलाया। यह हमारे लिए गर्व की बात है।
3. दादा बोले- उसने बेस्ट प्रदर्शन किया, देश को एक और मेडल दिलाया
नीरज के दादा धरम सिंह चोपड़ा ने कहा कि उसने अपना बेस्ट दिया और सिल्वर जीता। उसने देश को एक और मेडल दिलाया है।
4. PM मोदी- नीरज एक्सिलेंस के साकार रूप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीरज चोपड़ा को X पोस्ट के जरिए बधाई दी। उन्होंने लिखा- 'नीरज चोपड़ा उत्कृष्टता का साकार रूप हैं। बार बार उन्होंने अपनी श्रेष्ठता साबित की है। भारत हर्षित है कि उन्होंने एक बार फिर ओलिंपिक में सफलता पाई है।'
PM ने लिखा- 'रजत जीतने पर उन्हें बधाई। वह आने वाले हजारों एथलीटों को अपने सपने पूरे करने और देश को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।'
5. अमित शाह- आपके पराक्रम से पूरा देश गौरवान्वित
गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा- अभूतपूर्व नीरज चोपड़ा, आपने एक बाद फिर देश का गौरव बढ़ाया है। शाबाश चैंपियन! पेरिस ओलिंपिक में सिल्वर जीतने पर बधाई। आपने भारतीय खेलों के इतिहास में एक गौरवशाली प्रसंग लिखकर तिरंगे का सम्मान बढा़या है। पूरा देश आपके पराक्रम से खुद गौरवान्वित महसूस कर रहा है।