दुबई । आईसीसी टी20 विश्व कप क्रिकेट टू्र्नामेंट के फाइनल में रविवार को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें खिताब जीतने के इरादे से उतरेंगी। न्यूजीलैंड ने पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड जबकि ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान को धमाकेदार तरीके से हराया है। इस प्रकार दोनो ही टीमें उत्साह से भरी पड़ी हैं। दोनो ही टीमों के पास मैच विजेता खिलाड़ी हैं ऐसे में फाइनल में रोमांचक टक्कर होना तय है।
ऑस्ट्रेलिया ने अब तक एक भी बार टी20 खिताब नहीं जीता है जबकि अन्य सभी खिताब उसके नाम हैं, ऐसे में वह इस बार खिताब जीतने के लिए कोई कसर नहीं रखेगी। वहीं दूसरी ओर न्यूजीलैंड की टीम पहली बार खिताबी मुकाबले में पहुंची है और उसका लक्ष्य भी खिताब जीतना रहेगा। कीवी टीम हमेशा ही आईसीसीकी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करती रही है पर उसके अनुसार खिताब नहीं जीती है। टीम के पास केन विलियमसन जैसे कप्तान हैं। विलियमसन को एक चतुर रणनीतिकार के तौर पर जाना जाता है।
यह उनका पहला टी20 विश्व कप फाइनल होगा और अगर वे इसे जीत जाते हैं तो यह देश के लिये शानदार उपलब्धि होगी। जहां तक दोनों टीमों के बीच टी20 टक्कर की बात की जाये तो ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आता है। न्यूजीलैंड ने भारत में 2016 चरण में विश्व कप में अपनी एकमात्र टक्कर में जीत हासिल की थी। इससे पहले दोनों टीमों के बीच विश्व कप फाइनल का अंतिम मुकाबला साल 2015 में 50 ओवर प्रारूप में रहा था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की थी। ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाली टीम रही है, जिसने सेमीफाइनल में टूर्नामेंट से पहले प्रबल दावेदार माने जा रही इंग्लैंड टीम के खिलाफ अपनी शानदार बल्लेबाजी दिखाई है।
कीवी टीम के पास मार्टिन गुप्टिल और सलामी जोड़ीदार डेरिल मिशेल के साथ ही विलियमसन जैसे बल्लेबाज हैं। जिम्मी नीशाम ने इंग्लैंड के खिलाफ सेमीपफाइनल में धमाकेदार बल्लेबाजी कर मध्यक्रम में अपनी काबिलियत दिखाई है हालांकि कीवी टीम को विकेटकीपर बल्लेबाज डेवोन कोनवे की सेवाओं की कमी खलेगी। कोनवे चोटिल होने के कारण इस मैच में नहीं खेलेंगे। उनकी जगह टिम सिफर्ट को अवसर मिलेगा। जहां तक गेंदबाजी की बात है टीम के पास टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट जैसी अनुभवी तेज गेंदबाजी जोड़ी है जिसका सामना करना कंगारुओं के लिए आसान नहीं रहेगा। एडम मिल्न ने भी तीसरे तेज गेंदबाज के तोर पर अच्छा काम किया है जबकि लेग स्पिनर ईश सोढी मध्य के ओवरों में प्रभावशाली रहे हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो उसके पास कप्तान आरोन फिंच जैसा सलामी बल्लेबाज है। आक्रामक बल्लेबाज डेविड वार्नर भी लय में आ गये हैं।
पिछली दो पारियों में वार्नर ने दिखा दिया कि वह फाइनल में भी अपने बल्ले से रन बरसायेंगे। वहीं ग्लेन मैक्सवेल और अनुभवी स्टीव स्मिथ से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो अभी तक इस टूर्नामेंट में बड़ी पारी नहीं खेल पाये हैं। मार्कस स्टोइनिस और मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार जीत दिलायी जिससे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत के लिए जोखिम उठाने से नहीं डरती।
गेंदबाजी की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की तेज गेंदबाजी तिकड़ी है जिसका सामना कीवी बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं रहेगा। इसके अलावा लेग स्पिनर एडम जम्पा ने टूर्नामेंट में अबतक शानदार गेंदबाजी की है और वह एक बार पफिर कीवी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने उतरेंगे। ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल भी गेंद और बल्ले से धमाल मचा सकते हैं।
दोनो ही टीमें इस प्रकार हैं
ऑस्ट्रेलिया : आरोन फिंच (कप्तान), एशटन एगर, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, जोश इंगलिस, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, मिशेल स्वेपसन, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), डेविड वार्नर, एडम जम्पा।
न्यूजीलैंड : केन विलियमसन (कप्तान), टॉड एस्टल, ट्रेंट बोल्ट, मार्क चैपमैन, एडम मिल्न, मार्टिन गुप्टिल, केलय जैमीसन, डेरिल मिशेल, जिम्मी नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सैंटनर, टिम सिफर्ट (विकेटकीपर), ईश सोढ़ी, टिम साउदी।