सिओल । उत्तर कोरिया ने इस माह में चौथी बार जापान सागर की तरफ अपनी मिसाइल लान्च की है। जापान की मीडिया में इसको अनआइडेंटीफाइ प्रोजेक्टाइल बताया है। इसका अर्थ है कि इस बारे में फिलहाल कंफर्म नहीं है कि ये क्या थी। इस बीच दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ ने यहां की एक स्थानीय एजेंसी को एक टेस्ट मैसेज में बताया है कि इसका रुख जापान सागर की तरफ था।
फिलहाल इसके बारे में अधिक जानकारी मिलने का इंतजार है। जापान की एक अन्य समाचार एजेंसी का ये भी कहना है कि ये बैलेस्टिक मिसाइल थी। गौरतब है कि इससे पहले उत्तर कोरिया ने तीन मिसाइल टेस्ट किए हैं जिनमें हाइपरसोनिक मिसाइल का टेस्ट किया गया था।
इस बार पहली बार बैलेस्टिक मिसाइल की बात सामने आ रही है। जापान के कोस्ट गार्ड ने भी इसको एक बैलेस्टिक मिसाइल ही बताया है। हालांकि जापान के जहाजों को इसको एप्रोच करने से मना कर दिया गया है। इस मिसाइल के लान्च होनके बाद जापान केके पीएम आफिस से एक आदेश जारी करते हुए इस मिसाइल के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल करने और इसका विश्लेषण करने को कहा गया है।
पीएम आफिस की तरफ से किए गए एक ट्वीट में ये भी कहा गया है कि मिसाइल के मद्देनजर अपने सभी विमानों, जहाजों और दूसरे संसाधनों की सुरक्षा को सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है। इसमें आगे कहा गया है कि इनकी सुरक्षा के लिए जो भी कुछ करना पड़े किया जाए।
साथ ही हर समय चुनौती का सामना करने के लिए भी तैयार रहने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। पिछले सप्ताह ही उत्तर कोरिया ने ट्रेन से एक मिसाइल लान्च की थी। बाद में इसको एक फायरिंग ड्रिल बताया गया था। उत्तर कोरिया की तरफ से कहा गया था कि उसने दो टेक्टिकल गाइडेड मिसाइल जापान सागर की तरफ लान्च की थीं।
इस वर्ष की शुरुआत से अब तक चार मिसाइल लान्च करने वाले उत्तर कोरिया ने एक बार फिर से अमेरिका को इस बात का सीधा संकेत दिया है कि वो उसके प्रतिबंधों से न तो डरने वाला है और न ही अपने मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम को बंद करने वाला है।