शमी को टखने में चोट लगी थी और उन्होंने इसका सर्जरी भी कराया था। इसके अलावा एक समस्या ये भी है कि टीम इंडिया में जगह पाने के लिए शमी को घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा। अगर वो ऐसा करते हैं तो शमी के पास सिर्फ रणजी ट्रॉफी का विकल्प है। क्योंकि हाल ही में समाप्त हुए दलीप ट्रॉफी में उनका नाम नहीं था। इसके साथ ही शमी को फॉर्म और फिटनेस दोनों साबित करनी होगी। इसी वजह से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए शमी से ज्यादा आकाशदीप की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।