पाकिस्तान के ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है हालांकि वह लीग क्रिकेट खेलते रहेंगे। हफीज ने टेस्ट क्रिकेट से साल 2018 में ही संन्यास ले लिया था। उनका करियर लगभग दो दशक तक चला। उन्होंने तीन एकदिवसीय विश्व कप और छह टी20 विश्व कप में भी पाकिस्तान की ओर से खेला है। साल 2003 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले 41 साल के हफीज ने अपना आखिरी मैच पिछले वर्ष टी20 विश्व कप 2021 में खेला था।
हफीज बल्लेबाज होने के साथ ही ऑफ स्पिनर भी हैं। उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के आगामी सत्र के लिए लाहौर कलंदर्स से करार किया था। इस प्रकार अब वह फ्रैंचाइजी क्रिकेट में ही खेलते हुए नजर आएंगे। हफीज ने 55 टेस्ट, 218 एकदिवसीय और 119 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में मिलाकर कुल 12, 780 रन बनाए हैं। हफीज को 32 बार प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक बार मैन ऑफ द मैच बनने वाले पाक खिलाड़ियों में चौथे नंबर पर हैं।
डिकॉक के संन्यास से हैरान हैं कोच बाउचर
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मार्क बाउचर ने कहा है विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटोन डिकॉक जैसे खिलाड़ी के अचानक संन्यास लेने से वह हैरान हैं। साथ ही कहा कि उनके जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी से इस उम्र में संन्यास की उम्मीद नहीं रहती है। 29 वर्ष के डिकॉक ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। बाउचर ने कहा कि इस उम्र में उनसे संन्यास की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। यह स्तब्ध करने वाला था पर हम उसके फैसले का सम्मान करते हैं। उसका टेस्ट कैरियर शानदार था। यह दुखद है पर हमें आगे बढना होगा। हम एक श्रृंखला खेल रहे हैं और इस मामले पर ज्यादा नहीं सोच सकते हैं। अब हमें उसकी जगह टीम में आने वाले खिलाड़ियों पर ध्यान देना होगा। साथ ही उम्मीद करनी होगी कि वह भी क्विंटोन की तरह योगदान दे।