आर्थिक तंगहाली के बीच पाकिस्तान के सांसद सैयद मुस्तफा कमल ने नेशनल असेंबली में भारत की शिक्षा व्यवस्था की तुलना पाकिस्तान की शिक्षा व्यवस्था से की। उन्होंने कहा, "जहां एक तरफ दुनिया चांद पर जा रही है, वहीं दूसरी तरफ कराची के बच्चे गटर में गिरकर मर रहे हैं।"
सैयद मुस्तफा ने कहा, "30 साल पहले, हमारे पड़ोसी भारत ने अपने बच्चों को वह सिखाया जिसका आज पूरी दुनिया में मांग है। आज टॉप 25 कंपनियों के CEO भारतीय हैं। आज अगर भारत तरक्की कर रहा है तो उसकी वजह ये है कि वहां वो सिखाया गया जो जरूरी था। पाकिस्तान का IT एक्सपोर्ट आज 7 अरब डॉलर है जबकि भारत का IT एक्सपोर्ट 270 अरब डॉलर है।"
'देश की साक्षरता दर देखकर यहां के नेताओं को नींद नहीं आनी चाहिए'
मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQM-P) पार्टी के नेता ने अपने भाषण के दौरान बताया कि देश में आज 2 करोड़ ऐसे बच्चे हैं, जो स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं। अगर आज हम सिर्फ इस बात पर ही ध्यान दें, तो भी देश के नेताओं को सुकून से नींद नहीं आनी चाहिए। पाकिस्तानी सांसद का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एक यूजर ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर लिखा, "पाकिस्तान को अपनी तुलना अब अफगानिस्तान और बांग्लादेश से करनी चाहिए। तब शायद वहां के राजनेताओं को बेहतर महसूस होगा।" दूसरे यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान का धर्म उसके विकास में अड़ंगे लगा रहा है। अगर वे धर्मनिरपेक्ष बन जाएं, तो वे तेजी से विकास करेंगे। अगर पाकिस्तान की जनता विकास चाहेगी और उसके लिए कोशिश करेगी, तो यह जरूर मुमकिन होगा।
'पाकिस्तान को फौज का दबदबा खत्म करने की जरूरत'
एक अन्य यूजर ने कहा कि पाकिस्तान आज अफगानिस्तान बनता जा रहा है। वहां फौज का दबदबा खत्म होने की जरूरत है, जिससे आतंकवाद पर काबू पाया जा सका। पाकिस्तान में ऐसा होने में कई सदियां लग जाएंगी।
पाकिस्तान में प्रधानमंत्रियों और सांसदों से लेकर कई लोग अक्सर देश की तुलना भारत से करते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही वहां के PM शहबाज शरीफ ने कहा था कि अगर पाकिस्तान मेहनत करे तो भारत और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ सकता है।
वहीं करीब 2 महीने पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत के साथ फिर से व्यापार शुरू करने की बात कही थी। लंदन में पाकिस्तानी हाई कमिशन में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इशाक ने कहा था कि व्यापार बहाल करने के लिए पाकिस्तान सरकार मामले से जुड़े सभी लोगों से एडवाइस लेगी और सभी प्रस्तावों की समीक्षा के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
पाकिस्तान के आर्थिक हालातों पर नजर...
पाकिस्तान में इस वक्त आर्थिक हालात बेहद खराब हैं, पिछले करीब 1 साल में वे IMF से तीन बार कर्ज ले चुके हैं। 30 अप्रैल को IMF से 9.183 हजार करोड़ की आर्थिक मदद मिलने के बाद मई में पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 1.20 लाख करोड़ हो गया।
पाकिस्तान में पिछले महीने (अप्रैल 2024) महंगाई दर में 17.3% की गिरावट दर्ज की गई। देश के वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, यह 2 साल में सबसे कम थी। ठीक एक साल पहले मई 2023 में पाकिस्तान में महंगाई दर 38% तक पहुंच गई थी।