इस्लामाबाद: शेख हसीना के इस्तीफे के बाद राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहे बांग्लादेश के हालात पर पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान ने बांग्लादेश के लोगों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है और उम्मीद जताई है कि बांग्लादेश में स्थिरता शीघ्र वापस आएगी। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि 'पाकिस्तान सरकार और लोग बांग्लादेश के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और शांतिपूर्ण और शीघ्र सामान्य स्थिति की वापसी की उम्मीद करते हैं।' बयान में आगे कहा गया है कि 'हमें विश्वास है कि बांग्लादेशी लोगों की दृढ़ भावना और एकता उन्हें सामंजस्यपूर्ण भविष्य की ओर ले जाएगी।'पाकिस्तान और बांग्लादेश के संबंध
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच संबंध कई वर्षों से तनावपूर्ण रहे हैं। वैसे तो बांग्लादेश के लोग आज भी पाकिस्तानी शासन के अत्याचारों को भूले नहीं हैं, लेकिन शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान ये संबंध और तनावपूर्ण हुए। भारत के साथ शेख हसीना की दोस्ती से पाकिस्तान को कभी रास नहीं आई। शेख हसीना से भारत का साथ देते हुए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोगी संगठन (SAARC) शिखर सम्मेलन का 2016 से ही बहिष्कार किया, जिसके बाद से इसकी बैठक नहीं हुई है। पाकिस्तान भी सार्क का सदस्य है।शेख हसीना के जाने से पाकिस्तान को मौका
अब एक बार बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के साथ पाकिस्तान राजनयिक संबंधों में बदलाव की उम्मीद लगा रहा है। शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर जाने को पाकिस्तान मौके की तरह देख रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और उसके प्रॉक्सी जमात-ए-इस्लामी की शेख हसीना के खिलाफ चले आंदोलन में सक्रियता रही थी। जमात-ए-इस्लामी ने हसीना के जाने के बाद 13 साल बाद पहली बार अपना कार्यालय खोला।बांग्लादेश में नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ छात्रों का आंदोलन शेख हसीना विरोधी आंदोलन में बदल गया था। शेख हसीना ने आंदोलन को रोकने के लिए बल का प्रयोग किया, जिससे यह आंदोलन भड़क गया। रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार को छात्रों ने ढाका मार्च का आह्वान कर दिया। ढाका शहर में बढ़ती संख्या के बाद सेना ने भी शेख हसीना की मदद करने से इनकार कर दिया। इसके बाद सोमवार दोपहर शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और सेना के विमान से देश छोड़कर भारत आ गईं। बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने मंगलवार की शाम नई अंतरिम सरकार की घोषणा की। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया गया है। बाकी सदस्यों की घोषणा बाद में की जाएगी।