8 दिन बाद मलबे से जिंदा निकला फिलिस्तीनी युवक:इस्लामिक यूनिवर्सिटी में झूमते दिखे इजराइली सैनिक

Updated on 27-01-2024 01:06 PM

इजराइल-हमास जंग साढ़े तीन महीने बाद भी जारी है। इस बीच एक फिलिस्तीनी युवक को मलबे से जिंदा बाहर निकाला गया। वो 8 दिनों से मलबे में दबा था।

अल जजीरा के मुताबिक खान यूनिस में रहने वाला यह युवक 19 जनवरी को हुई इजराइली बमबारी का शिकार हो गया था। वो अपने घर पर था जब हमला हुआ। हमले में उसका घर तबाह हो गया और वो मलबे में दब गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 26 जनवरी को उसे जिंदा बाहर निकाला गया। इसके बाद उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया।

इधर, मीडिल ईस्ट मॉनिटर ने वीडियो शेयर किया। इसमें इजराइली सैनिक एक इस्लामिक यूनिवर्सिटी में डांस करते और जश्न मनाते नजर आए। यह यूनिवर्सिटी अब तबाह हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक सैनिकों ने यूनिवर्सिटी को तबाह करने के पहले यहां जश्न मनाया था। वहीं, साउथ गाजा के खान यूनिस में इजराइली सैनिकों ने दो बच्चों को गोली मार दी।

सैनिकों ने 13 साल के बच्चे को गोली मारी
अल जजीरा मुबाशीर की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली सैनिकों ने खान यूनिस में तस्वीर में दिख रहे बच्चों को गोली मार दी। बच्चों की पहचान 13 साल के नाहिद और 20 साल के रमेज के तौर पर हुई। रिपोर्ट के मुताबिक सैनिकों ने पहले एक बच्चे को गोली मारी। दूसरा बच्चा मदद के लिए आया तो उसे भी गोली मार दी।

मारे गए बच्चों के परिजनों का कहना है कि बच्चों के पास सफेद रंग का कपड़ा था, इसके बावजूद उन पर गोली चलाई गई। दरअसल, इजराइली सेना के नियमों के मुताबिक जो लोग सफेद रंग का कपड़ा दिखाते हैं सैनिक उन पर गोली नहीं चला सकते हैं। अगर सैनिक ऐसा करते हैं तो ये नियमों के खिलाफ होता है। परिजनों ने कहा- बच्चों के हाथ में सफेद कपड़ा, उनका बचपन उनकी रक्षा नहीं कर पाया।

खाना लेने पहुंचे फिलिस्तीनियों पर इजराइली सैनिकों ने गोली चलाई
गाजा में 26 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। जो लोग जिंदा हैं उनके पास जरूरत का समान नहीं है। मदद पहुंचाने में समस्याएं आ रही है। ऐसे में जरूरत का सामने लेकर पहुंचे एक ट्रक पर भीड़ ने हल्ला बोल दिया।

अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक जिस समय लोग ट्रक से सामने उठा रहे थे उस दौरान इजराइली सैनिकों ने भीड़ पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। गोली की आवाज सुनते ही फिलिस्तीनी लोगों के बीच भगदड़ मच गई। हालांकि इस दौरान किसी के मारे जाने की खबर सामने नहीं आई है।

अस्पताल से निकल रहे लोगों को भी गोली मार रहे स्नाइपर्स
अल जजीरा के मुताबिक इजराइली सैनिक गाजा के अस्पतालों से निकल रहे लोगों की गोली मारकर हत्या कर रहे हैं। गाजा के लोगों का कहना है कि इजराइल के स्नाइपर्स अस्पतालों के बाहर तैनात हैं। दरअसल, इजराइली सेना का कहना है कि अस्पतालों के नीचे हमास के ठिकाने हैं। अस्पताल से निकलने वाले लोग हमास से जुड़े हैं इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

वर्ल्ड कोर्ट की सुनवाई के बाद हमास ने बंधकों का वीडियो जारी किया
हमास ने बंधकों का नया वीडियो जारी किया है। इसमें 3 महिलाएं दिख रही हैं। इनमें से दो महिलाएं सैनिक हैं और एक सिविलियन। यह वीडियो वर्ल्ड कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद सामने आई है।दरअसल, इजराइल-हमास जंग को लेकर 26 जनवरी को वर्ल्ड कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान कोर्ट ने इजराइल से गाजा पट्टी में नरसंहार रोकने के लिए कोशिश और इस मामले पर ठोस उपाय ढूंढने का आदेश दिया था। इसके लिए इजराइल को एक महीने का समय दिया गया है।

अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक अदालत ने कहा था कि इजराइल को गाजा में नरसंहार को बढ़ावा देना वाली एक्टिविटीज को रोकना होगा और ऐसा करने वालों को सजा देनी होगी। इसके अलावा कोर्ट ने कहा था- गाजा में मानवीय सहायता पहुंच सके इसके लिए इजराइल को अनुमति देनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि इजराइल को फिलिस्तीनियों की सुरक्षा करनी होगी। हालांकि कोर्ट ने गाजा में चल रहे इजराइल के सैन्य अभियान को खत्म करने का का आदेश नहीं दिया।

'अल-अक्सा फ्लड' के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन 'सोर्ड्स ऑफ आयरन'
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।



अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 29 November 2024
वॉशिंगटन: अमेरिका में इस हफ्ते थैंक्सगिविन की छुट्टियों के दौरान लाखों लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग अपनी यात्रा को ज्यादा मनोरंजक बनाने के लिए आसान ट्रैवेल…
 29 November 2024
मेलबर्न: आस्ट्रेलियाई सीनेट ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर रोक लगाने वाला विधेयक बृहस्पतिवार का पारित कर दिया। दुनिया में यह इस…
 29 November 2024
इस्लामाबाद: पाकिस्तान एक बार फिर राजनीतिक अस्थिरता के भंवर में फंस गया है। राजधानी इस्लामाबाद में लॉकडाउन, पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर देना और शूट एट साइट के ऑर्डर…
 29 November 2024
दमिश्क: लेबनान में हिजबुल्लाह की कमर टूटने के बाद अब ईरान को सीरिया में बड़ा झटका लगा है। इजरायल के अभियान के बाद सीरिया में ईरान समर्थित असद सरकार के खिलाफ…
 29 November 2024
सीरिया में विद्रोही गुटों के हमले में बुधवार को 89 लोग मारे गए। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये पिछले 4 साल में विद्रोहियों की तरफ से किया गया…
 29 November 2024
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। CNN के मुताबिक पुतिन ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव जीतकर ट्रम्प…
 29 November 2024
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) ने धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण प्रभु दास को लेकर अपना रुख साफ किया है। इस्कॉन ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा…
 29 November 2024
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को संसद में बताया कि कनाडा के वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों के ‘ऑडियो-वीडियो’ मैसेज पर निगरानी रखी जा रही थी और यह अभी…
 28 November 2024
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के चीफ प्रॉसिक्यूटर करीम खान ने म्यांमार के मिलिट्री लीडर मिन आंग ह्लाइंग के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का अपील की है। मिन आंग पर…
Advt.