नयी दिल्ली : नवजात शिशुओं का सिर व बाल उनकी त्वचा की भांति ही बहुत कोमल होते हैं। इसी बात पर रोशनी डालते हुए हिमालया ड्रग कंपनी नए माता-पिता को अपने शिशुओं के लिए विशेष हेयर केयर रूटीन अपनाने का परामर्श दे रही है, ताकि उनके शिशुओं को मोटे, मुलायम सेहतमंद बाल मिलें। डाॅक्टर प्रतिभा बबशेत, आयुर्वेद विशेषज्ञ, आरएंडडी, हिमालया ड्रग कंपनी ने कहा, ‘‘शिशु के बाल सेहतमंद करने के लिए सबसे पहले तेल लगाना जरूरी है। ज्यादातर शिशुओं का सिर रूखा हो जाता है, उसमें डैंड्रफ हो जाता है और बालों की बहुम कम वृद्धि होती है, इसका समाधान रोज सिर की तेल मालिश करके किया जा सकता है। इसके लिए ऐसे उत्पादों का उपयोग करें, जिनमें प्राकृतिक तत्व हों और जो शिशु के बालों के लिए सुरक्षित व कोमल हों।’’
मिनरल आॅईल, अल्कोहल, पैराबंस, सिंथेटिक कलर्स एवं फ्थेलेट्स युक्त तेल का उपयोग न करने के महत्व पर बल देते हुए डाॅक्टर प्रतिभा ने कहा कि माता पिता को ऐसा तेल लेना चाहिए, जो कोमल हो और शिशु के बालों को पोषण दे। किसी भी उत्पाद का उपयोग शुरू करने से पहले उन्होंने उसके हर अवयव एवं प्राकृतिक औषधियों से होने वाले फायदों के बारे में जानने को कहा। डाॅक्टर प्रतिभा ने कहा, ‘‘आमला, गोटू कोला, मेथी, भृंगराज एवं नारियल, बादाम, ओलीव एवं सीसम तेल युक्त तेल सिर को नमी प्रदान करता है, रूखापन रोकता है और बालों को पोषण दे उनकी वृद्धि सुनिश्चित करता है, जिससे बाल मुलायम व सेहतमंद बनते हैं। इसलिए इन तत्वों से युक्त हेयर आॅईल लें। ैं
हर अवयव के गुणों के बारे में डाॅक्टर प्रतिभा ने बताया कि आमला से बाल मजबूत होते हैं और उनकी वृद्धि होती है। गोटू कोला बालों को घना बनाता है, भृंगराज बालों को मजबूत कर उन्हें गहरा बनाता है, मेथी बालों का झड़ना रोकती है और उन्हें मजबूत बनाकर नमी प्रदान करती है। नारियल तेल से सिर में नमी बनी रहती है, रुखापन नहीं होता और बालों की वृद्धि होती है। बादाम तेल बालों को कंडीशन करता है, पोषण देता है, बालों को मुलायम बनाता है तथा ओलीव आॅईल बालों को सिल्की व चमकदार बनाता है। सीसम आॅईल बालों को पोषण देता है।
इसके अलावा शिशु के सिर में नियमित तौर पर मालिश किया जाना जरूरी है, ताकि बालों की वृद्धि हो। अपने शिशु के बालों को सुखाने के लिए एक मुलायम टाॅवल का इस्तेमाल करें, ताकि बाल टूटें नहीं।