पेरिस ओलिंपिक 2024 की मशाल मंगलवार को ग्रीस के ओलंपिया में जलाई गई। इस मशाल को सूर्य की किरणों से जलाया जाता है। आज से पूरे विश्व में मशाल की यात्रा शुरू हो जाएगी। आखिर में यह पेरिस में जा कर रुकेगी। इसे ग्रीक एक्ट्रेस मैरी मीना ने जलाया।
पेरिस ओलिंपिक में 100 दिन बचे हैं। पेरिस ओलिंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच होना है। यह सेरेमनी (ओलिंपिक प्लेम लाइटिंग सेरेमनी) मंगलवार को इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान ग्रीस की राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोलू भी मौजूद रहीं।
1928 से जलाई जा रही है ओलिंपिक मशाल
इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के तत्वावधान में पहला ओलिंपिक 1896 में हुआ। जो एथेंस के पैनाथेनिक स्टेडियम में खेला गया। साल 1928 में नीदरलैंड्स के एम्सटर्डम में आयोजित ओलिंपिक से मशाल जलाने का विचार आया। 1936 में बर्लिन (जर्मनी) ओलिंपिक गेम्स से ओलिंपिक रिले की शुरुआत हुई। ओलिंपिक लौ प्राचीन और आधुनिक खेलों को जोड़ने की एक कड़ी मानी जाती है।
पेरिस ओलिंपिक्स में ट्रैक का कलर पर्पल होगा
पेरिस ओलिंपिक में ट्रैक इस बार बैंगनी कलर का होगा। सामान्य रूप से ट्रैक लाल कलर में होता है। टोक्यो में हुए ओलिंपिक गेम्स में ट्रैक लाल कलर का था।
पेरिस ओलिंपिक में एथलेटिक्स प्रतियोगिता के इंचार्ज और पूर्व ओलिंपियन एलेन ब्लोंडेल ने कहा है कि ट्रैक का रंग बैंगनी देने की वजह यह है कि बैंगनी कलर पेरिस ओलिंपिक खेल के रंगों में से एक है। हाल ही ओलिंपिक एसोसिएशन ने पेरिस ओलिंपिक खेल के लिए तीन रंगो को चयनित किया था। जिसमें गुलाबी, नीला और बैंगनी कलर शामिल थे।