नई दिल्ली । शायर मुनव्वर राणा को इलाहाबाद हाई कोर्ट से राहत नहीं मिली है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने मुनव्वर की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। उनपर महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से करने का आरोप है। सामाजिक सरोकार फाउंडेशन ने मुनव्वर राणा के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई हुई है। बता दें कि हजरतगंज कोतवाली के प्रभारी श्याम शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया था कि वाल्मीकि समज के नेता पीएल भारती की तहरीर पर मुनव्वर राणा के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने और अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पीएल भारती ने हजरतगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसमें उन्होंने दावा कि मुनव्वर ने तालिबान की तुलना महर्षि से कर के देश के करोड़ों दलितों को ठेस पहुंचाई है, उनका अपमान किया है। साथ ही हिंदु आस्था को चोट पहुंचाई है। पीएल भारती के साथ-साथ आंबेडकर महासभा के महामंत्री अमरनाथ प्रजापति ने भी मुनव्वर राणा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है। बता दें, एक चैनल में चर्चा में शामिल होने गए मनुव्वर राने ने तालिबान की तुलना महर्षि वाल्मीकि से की थी जिसके बाद दावा किया गया कि देश के करोड़ों लोग उनकी इस टिप्पणी से अपमानित महसूस कर रहे हैं। मुनव्वर ने चर्चा में कहा था कि, वाल्मीकि जो पहले क्या थे और बाद में क्या हो गए। तालिबानी भी पहले से बदल चुके हैं। अब पहले जैसा माहौल नहीं है। दरअसल, मनुव्वर राणा का कहना था कि तालिबानी बुरे लोग नहीं हैं। हालातों के चलते वो ऐसे हो गए हैं। इसी के साथ मनुव्वर ने ये भी कहा कि तालीबानियों पर भरोसा किया जा सकता है।