पटना । बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत 1947 में मिली आजादी को 'भीख' बताने वाली टिप्पणी पर घिर चुकी हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से कंगना को दिया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की अपील की है।वहीं, लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी कंगना पर पलटवार किया।
उन्होंने ट्वीट में कहा, शहीदों की जान जिसे भीख लगती है,फर्जी झांसी की रानी तू देशद्रोही लगती है।वहीं हम पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ट्वीट के जरिए बॉलीवुड अभिनेत्री पर निशाना साधकर लिखा, राष्ट्रपति को कंगना का पद्मश्री पुरस्कार वापस ले लेना चाहिए या पूरी दुनिया को यह समझा दिया जाए कि महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, भगत सिंह, सरदार पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अन्य ने आजादी के लिए भीख मांगी थी, जो ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा दी गई। शर्म करो कंगना।'
लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी अभिनेत्री का नाम लिए बिना एक के बाद एक कई ट्वीट किए है। उन्होंने लिखा, 'शहीदों की जान जिसे भीख लगती है फर्जी झांसी की रानी तू देशद्रोही लगती है। उन्होंने कहा, एक नया इतिहास लिखा जाएगा, आजादी को भीख बताकर, अंधभक्तों के पप्पा का गुणगान किया जाएगा।उन्होंने लिखा, ये माफी वीर सावरकर के वंशज हैं, आजादी को भी भीख बताकर पदमश्री अवार्ड पा लेते हैं। आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस मुद्दे पर ट्वीट किया गया।
दरअसल, पूरा मामला तब गरमाया जब इंटरव्यू में कंगना ने कहा था, 'भीख मांगने से मिली आजादी असली आजादी नहीं है। हमने 2014 में असली आजादी हासिल की है।' जीतन राम मांझी के अलावा, बीजेपी नेता वरुण गांधी ने भी कंगना के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट की।
वरुण गांधी ने कहा, 'कंगना ने एक बार महात्मा गांधी के बलिदान का अपमान कर उनके हत्यारे की सराहना की। अब, उन्होंने मंगल पांडे, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रानी लक्ष्मी बाई, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों का अपमान किया। पागल या देशद्रोह की मानसिकता वाली व्यक्ति को मैं क्या कहूं?'