पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर पूर्व दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने काफी निराश और नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सोमवार को लक्ष्य सेन के मैच के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, 'उन्होंने (लक्ष्य) अच्छा खेला। मैं थोड़ा निराश हूं क्योंकि वह इसे खत्म नहीं कर सके। कल भी (क्वार्टर फाइनल मैच) वे पहले गेम में जीत की स्थिति में थे, लेकिन वे इसे जीत नहीं कर सके।
आज भी पहला गेम जीतने के बाद वे दूसरे गेम में 8-3 से आगे थे। वे हमेशा तेज खेलने वाले खिलाड़ी के सामने थोड़ा असहज हो जाते हैं। उन्हें इस पर थोड़ा और काम करने की जरूरत है। दोनों मैच के दौरान उनका आत्मविश्वास कम था। कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर हमें निश्चित रूप से काम करने की जरूरत है। मुझे निराशा है कि हम बैडमिंटन में एक भी पदक नहीं जीत सके।' प्रकाश पादुकोण पेरिस 15 सदस्यीय भारतीय बैडमिंटन टीम के साथ बतौर मेंटोर गए हैं।
खिलाड़ियों को भी कुछ जिम्मेदारी लेनी चाहिए- प्रकाश
उन्होंने आगे कहा, 'इस बार सरकार, SAI (भारतीय खेल प्राधिकरण), TOPS (टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्किम) सभी ने अपना काम किया है। मुझे नहीं लगता कि सरकार, खेल मंत्रालय, SAI, TOPS से ज्यादा कोई और कुछ कर सकता था। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि खिलाड़ियों को भी कुछ जिम्मेदारी लेनी चाहिए।'
लक्ष्य को क्वार्टर फाइनल में विक्टर ने सीधे गेम में हराया
लक्ष्य सेन को 4 अगस्त को बैडमिंटन मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसेन विक्टर ने सीधे गेम में हराया। यह मुकाबला 54 मिनट तक चला। 22 साल के लक्ष्य ने पहले गेम में एक समय 18-13 की बढ़त बना रखी थी।
हालांकि, अनुभवी विक्टर ने पिछड़ने के बावजूद लय हासिल की। उसके बाद 9 अंक हासिल किए जबकि लक्ष्य सिर्फ दो अंक जुटा सके। लक्ष्य ने दूसरे गेम भी बेहतरीन शुरुआत की। उन्होंने 7-0 की बढ़त ले ली थी मगर विक्टर फिर वापसी करने में सफल रहे। उनके पावरफुल स्मैश का लक्ष्य के पास जवाब नहीं था। विक्टर ने 8-7 की मामूल बढ़त ली और जल्द ही 17-13 से आगे निकल गए। लक्ष्य ने काफी कोशिश की लेकिन 14 अंक से अधिक नहीं जोड़ सके।
ब्रॉन्ज मेडल मैच में लक्ष्य को मलेशिया के जिया ने हराया
ब्रॉन्ज मेडल मैच में लक्ष्य सेन को हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में पहला गेम जीतने के बावजूद लक्ष्य को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। मलेशिया के वर्ल्ड नंबर 7 खिलाड़ी ली जी जिया ने लक्ष्य को 13-21, 21-16 और 21-11 से हराया। इसके साथ ही बैडमिंटन में भी भारत की आखिरी उम्मीद खत्म हो गई।