कर्नाटक के बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी ने कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई के खिलाफ नाबाद 404 रन की पारी खेली। वे इस अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में 400+ रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
चतुर्वेदी ने युवराज सिंह का 25 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। युवराज ने 1999 में बिहार के खिलाफ एक मैच में पंजाब के लिए 358 रन बनाए थे। इसमें भारत के पूर्व कप्तान एम एस धोनी बिहार टीम का हिस्सा थे। .
शिवमोग्गा के KSCA नेवले स्टेडियम में प्रखर की पारी की बदौलत मैच ड्रॉ रहा और कर्नाटक ने पहली पारी में 510 रन की बढ़त के आधार पर ट्रॉफी अपने नाम की। कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 खिलाड़ियों के लिए इंडिया का फर्स्ट क्लास डोमेस्टिक टूर्नामेंट है।
पारी के दौरान प्रखर ने 46 चौके लगाए
प्रखर पारी घोषित होने तक नाबाद रहे। उन्होंने 638 गेंदों पर 46 चौके और तीन छक्के लगाए। उनकी मदद से कर्नाटक की टीम 223 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 890 रनों का विशाल स्कोर बनाने में कामयाब रही।
राहुल द्रविड़ के बेटे समित ने 22 रन बनाए
मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ ने भी 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 46 गेंदों पर 22 रन बनाए। समित ने गेंदबाजी करते हुए दो विकेट भी लिए।
टीम के हर्षिल धर्मानी पारी के दूसरे शतकवीर थे, जिन्होंने 228 गेंदों पर 19 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 169 रन बनाए। प्रखर ने दूसरे विकेट के लिए उनके साथ 290 रन जोड़े।
द्रविड़ के दोनों बेटे प्रोफेशनल क्रिकेटर
द्रविड़ के 2 बेटे हैं और दोनों ही प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। बड़े बेटे समित, जो इस साल की शुरुआत में 18 साल के हो गए, वीनू मांकड़ ट्रॉफी में कर्नाटक के लिए खेले थे। दूसरी ओर, उनके छोटे बेटे अन्वय कर्नाटक अंडर-14 टीम के कप्तान हैं।
कर्नाटक ने जीती ट्रॉफी
फाइनल में कर्नाटक ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला लिया। मुंबई के सलामी बल्लेबाज आयुष म्हात्रे के 145 रनों की मदद से टीम ने 380 रन बनाए।
प्रखर चतुर्वेदी ने 404 रन की पारी खेलकर कर्नाटक का स्कोर पहली पारी में 510 रन तक पहुंचाया। चौथे दिन पारी घोषित करने के बाद दोनों टीमों के बीच मैच ड्रॉ हो गया। पहली पारी में बढ़त लेने के कारण कर्नाटक इस सीजन में कूच बिहार ट्रॉफी का चैंपियन घोषित किया गया।