इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म कर दिया है। पाकिस्तानी वेबसाइट द डॉन के मुताबिक पार्टी ने बुधवार सुबह इसका ऐलान किया। PTI ने कहा कि इमरान खान की सलाह पर आगे कोई फैसला किया जाएगा। PTI ने एक प्रेस रिलीज में कहा है, 'सरकार क्रूरता से निहत्थे नागरिकों की हत्या के लिए तैयार है। इस्लामाबाद को कत्लगाह बनने से रोकने के लिए वे अपने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को अस्थायी तौर पर स्थगित कर रहे हैं।' इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के CM अली अमीन गंडापुर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक गंडापुर ने मंगलवार देर रात प्रदर्शनकारियों को घर चले जाने को कहा था। गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा दोनों गिरफ्तारी के डर से भाग गए हैं।
मंत्री तरार बोले- संसद भवन पर हमला करने की योजना थी
डॉन ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि गंडापुर और बुशरा बीबी इसके बाद विरोध प्रदर्शन से चले गए और उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल पाया है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अता तरार ने दावा किया कि दोनों खैबर पख्तूनख्वा वापस लौट गए हैं। तरार ने आरोप लगाया कि PTI ने संसद पर भी हमला करने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा कि इसी वजह से भागते वक्त उन्होंने कंटेनर में आग लगा दी। भागने से पहले वे इसी कंटेनर में रह रहे थे। वे नहीं चाहते थे कि उनके जाने के बाद सुरक्षाकर्मियों को प्रदर्शन से जुड़े सबूत हाथ लगें। पाकिस्तान में इमरान खान की रिहाई को लेकर 24 नवंबर को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। 3 दिनों में हुए विरोध प्रदर्शन में कम से कम 7 लोगों की जान चली गई। इनमें 4 प्रदर्शनकारी और 3 पुलिसकर्मी शामिल हैं। सुरक्षाकर्मियों ने 500 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है।
सेना ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा
इमरान खान समर्थक मंगलवार दोपहर को इस्लामाबाद में डी-चौक पर पहुंच गए थे। इस इलाके में संसद, PM, राष्ट्रपति का कार्यालय और सुप्रीम कोर्ट हैं। हालांकि, पाकिस्तानी पुलिस और सेना ने रात 8 बजे के बाद प्रदर्शनकारियों को वापस खदेड़ दिया। मंगलवार को पूरे दिन PTI समर्थकों का संघीय राजधानी में सुरक्षाकर्मियों से टकराव हुआ। झड़प के दौरान 60 से अधिक लोग घायल हो गए, क्योंकि दोनों तरफ से आंसू गैस और रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया गया। हिंसा से निपटने के लिए राजधानी इस्लामाबाद में धारा 245 लागू कर दी गई थी। प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया था।
पुलिसकर्मी की मौत के मामले में इमरान पर मामला दर्ज
तक्षशिला पुलिस ने सोमवार को एक पुलिस कांस्टेबल की मौत के मामले में मंगलवार को इमरान खान और CM गंडापुर के खिलाफ मामला दर्ज किया। FIR में कहा गया है कि आंसू गैस, रबर बुलेट गन और अन्य हथियारों से लैस प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों पर हिंसक हमले किए।FIR के मुताबिक, PTI से जुड़े लोगों ने कांस्टेबल मुबाशिर हसन को घायल कर दिया और उसे लाल रंग की वैन में अगवा कर लिया। इसके बाद उसे हकला ब्रिज के नीचे फेंक दिया गया। कांस्टेबल हसन को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।