मुम्बई । टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाजों चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद टीम में इनकी जगह खतरे में पड़ गयी है। सीरीज में यह दोनो ही उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। दिग्गज खिलाड़ियों के साथ ही प्रशंसकों का भी मानना है कि इनकी जगह अब यूवाओं को अवसर देना चाहिये।
पुजारा ने केपटाउन में सीरीज के निर्णायक टेस्ट की पहली पारी में 43 रन बनाए पर दूसरी पारी में वह 9 रन बनाकर ही आउट हो गये जबकि टीम उस समय संकट में थी और उसने बेहतर पारी की उम्मीद की जा रही थी। वहीं रहाणे इस मुकाबले की दोनों पारियों में केवल 10 रन बना पाये हैं। रहाणे और पुजारा के दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर 6 पारियों में 5 बार विफल होने के बाद एक बार फिर से सोशल मीडिया पर दोनों के खिलाफ प्रशंसकों ने नाराजगी व्यक्त की है।
ऐसे में अब टीम प्रबंधन के लिए भी इन्हें बनाये रखना आसान नहीं रहेगा। वैसे भी युवा हनुमा विहारी, श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी टीम में जगह के लिए प्रबल दावेदार है। ऐसे में फरवरी-मार्च में श्रीलंका के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों को जगह मिलना मुश्किल ही लग रहा है।
रहाणे ने दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर 22.66 की औसत से सिर्फ 136 रन बनाये जबकि पुजारा का आंकड़ा और भी खराब रहा। उन्होंने इस दौरान 20.66 की औसत से 124 रन बनाये। ऐसे में जब चयनकर्ता अगली टेस्ट सीरीज के लिए टीम का चयन करेंगे, तो इस बात की पूरी संभावना है कि इन दोनो खिलाड़ियों के लिए जगह बनाना कठिन हो जाएगा। भारतीय क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी को लगातार असफल होने के बाद इतने मौके नहीं दिए गए है, जितने कि रहाणे और पुजारा को मिले हैं। चयनकर्ता भी उन्हें सफल होने का भरपूर अवसर दे रहे हैं पर ये दोनो बार-बार उन्हें गलत साबित कर रहे हैं।