नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की शीर्ष परिषद की सदस्य और पूर्व क्रिकेटर शांता रंगास्वामी ने कहा है कि चयन नियमों में बदलाव किया जाये। जिससे अगले साल होने वाले महिला अंडर-19 विश्व कप के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम उपलब्ध करायी जा सके। इसके साथ ही कहा कि महिला क्रिकेटरों के अस्पताल में भर्ती होने की हालत में खर्चे के भुगतान की नीति में भी संशोधन किया जाना चाहिये। इसके लिए उन्होंने बीसीसीआई को पत्र भी लिखा है।
आईसीसी ने हाल ही में घोषणा करते हुए कहा था कि महिलाओं का जूनियर आयु वर्ग का विश्व कप अगले साल होगा। यह कोविड-19 महामारी के कारण गत वर्ष नहीं हो पाया था। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को रंगास्वामी का एक पत्र मिला है जिसमें महिला क्रिकेटरों के लिए मौजूदा अंडर-19 नियम और सीनियर टीम की सदस्यों के लिए अस्पताल में भर्ती की योजना का जिक्र किया गया है।
गोगास्वामी के अनुसार, ‘बीसीसीआई की नीति है कि अगर घरेलू अंडर-19 टूर्नामेंट में किसी खिलाड़ी ने चार साल खेला है तो वह अंडर-19 चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले सकता फिर चाहे उसकी उम्र 19 साल से कम क्यों न हो।' इससे शेफाली वर्मा और रिचा घोष जैसी सीनियर टीम की खिलाड़ी अगले साल अंडर-19 विश्व कप में हिस्सा लेने की पात्र होने के बाद भी भाग नहीं ले पायेंगी। चार साल के नियम में राहत देने की मांग करते हुए उन्होंने कहा है कि जिस भी खिलाड़ी की उम्र 19 साल से कम हो उसे विश्व कप में खेलने का अवसर मिलना चाहिये फिर भले ही उसने कितनी ही बार अंडर-19 टूर्नामेंट खेला हो।