भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इशारों-इशारों में रणजी छोड़कर IPL की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को सख्त संदेश दिया है। सोमवार को रोहित ने बिना किसी का नाम लिए कहा- 'मौका केवल उन्हीं को दिया जाएगा, जो टेस्ट क्रिकेट में सफलता की भूख दिखाएंगे।'
इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट जीतने के बाद भारतीय कप्तान युवाओं के प्रदर्शन से खुश दिखे। उन्होंने कहा- 'जिन लोगों में सफलता की भूख है, हम उन्हीं को मौका देंगे। अगर जीत की भूख नहीं है तो ऐसे खिलाड़ियों को खिलाने का कोई मतलब नहीं है।'
'मैंने यहां टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा, जो भूखा नहीं हो। सभी लड़के जो यहां हैं और जो नहीं हैं, वे सभी खेलना चाहते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको बहुत कम मौके मिलते हैं। अगर आप उनका फायदा नहीं उठाते तो वे चले जाते हैं।'
यह पूछने पर कि क्या लुभावनी लीग युवाओं के बीच टेस्ट क्रिकेट खेलने की चाहत को प्रभावित कर रही है, रोहित ने कहा- 'टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन फॉर्मेट है। यदि आप इस फॉर्मेट में एक्सिलेंस और सक्सेस हासिल करना चाहते हैं तो आपको भूख दिखानी होगी।'
भारतीय टीम ने अंग्रेजों को 5 विकेट से हराकर 5 मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। इस जीत में ध्रुव जुरेल, यशस्वी जायसवाल और आकाश दीप जैसे उभरते खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई।
IPL हमारे लिए अच्छा, लेकिन टेस्ट सबसे कठिन फॉर्मेट रोहित ने कहा- 'IPL हमारे लिए बहुत अच्छा प्रारूप है, लेकिन यह (टेस्ट क्रिकेट) सबसे कठिन प्रारूप है और इसमें एक्सिलेंस हासिल करना कठिन है। आपको जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी… पिछली तीन जीत आसान नहीं थीं, गेंदबाजों को लंबे स्पेल करने पड़े, बल्लेबाजों को क्रीज पर काफी मेहनत करनी पड़ी।'
किसको भूख नहीं पता चल जाता है रोहित ने कहा- 'यह पता चल जाता है कि किसको भूख नहीं है और किन लोगों को यहां पर रहना नहीं है। यह पता चलता है। जिन लोगों को भूख है, कठिन परिस्थितियों में खेलना है, उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह सरल-सी बात है।'
खुले दिमाग के साथ आए युवा जिम्मेदारी निभाने को तैयार रोहित ने युवाओं के प्रदर्शन की सराहना की, विशेषकर अब तक दो दोहरे शतक जड़ने वाले जायसवाल और चौथे टेस्ट की दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन करके भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज जुरेल की। कप्तान ने कहा- 'हमारे खेल की शैली को अपनाने के लिए ये लोग खुले दिमाग के साथ आए हैं और जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं। हमें अपनी टीम में ऐसे ही लोगों की जरूरत है। टीम को खुद पर तरजीह देने वाले खिलाड़ी। इनमें से कई खिलाड़ी काफी युवा हैं, आप निश्चित तौर पर उन्हें अगले पांच से 10 वर्ष में इस प्रारूप में नियमित रूप से खेलते हुए देखेंगे।'
रणजी नहीं खेल रहे अय्यर और किशन
रोहित की यह प्रतिक्रिया भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के उस आदेश के ठीक बाद आई है, जिसमें इशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कहा गया था, लेकिन इन दोनों ने बोर्ड के आदेश को नजरअंदाज कर दिया। दोनों ही प्लेयर्स ने रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया।
25 साल के इशान अपनी स्टेट टीम छोड़कर IPL की तैयारी करते नजर आए थे। उन्हें मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या और उनके भाई क्रुणाल के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग करते देखा गया।