नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि उन्हें अपने युवा साथियों के साथ खेलने में बहुत मजा आया। रोहित का कहना है कि ये युवा खिलाड़ी थोड़े शरारती जरूर थे, लेकिन जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में डेब्यू किया तो रोहित भावुक भी हो गए। इस सीरीज़ में विराट कोहली जैसे कुछ बड़े खिलाड़ी नहीं खेल रहे थे। लेकिन भारत ने शानदार वापसी करते हुए इंग्लैंड को 4-1 से हरा दिया। इस सीरीज में रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, आकाशदीप और देवदत्त पडिकल जैसे पांच युवा खिलाड़ियों ने डेब्यू किया।रोहित शर्मा ने क्या कहा?
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट 'टीम रो' पर रोहित शर्मा ने कहा, 'मुझे इनके साथ खेलकर बहुत अच्छा लगा। ये सभी युवा खिलाड़ी थोड़े शरारती थे। मैं इनमें से ज़्यादातर खिलाड़ियों को और उनकी ताकत को जानता था। मैं उन्हें ये बताकर सहज बनाना चाहता था कि वो कितने अच्छे खिलाड़ी हैं और उन्होंने पहले अच्छा प्रदर्शन किया है। जिस तरह से उन्होंने मेरी और राहुल सर की बात मानी वो लाजवाब था।'
युवा खिलाड़ियों के डेब्यू के मौके पर माता-पिता की मौजूदगी और पूरे माहौल से भावुक होकर रोहित ने कहा कि वो उनके डेब्यू में खो से गए थे। रोहित शर्मा ने कहा, 'मैं इन सब लड़कों के डेब्यू में खो गया था। उनके माता-पिता भी वहां मौजूद थे, बहुत भावुक करने वाला था। मुझे उनका डेब्यू देखकर वाकई बहुत अच्छा लगा।
सरफराज के पिता के साथ खेल चुके
भारतीय कप्तान ने सरफराज खान का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने बचपन में सरफराज के पिता के खिलाफ क्रिकेट खेला था। रोहित ने कहा, 'जब मैं बहुत छोटा था तब मैं सरफराज के पिता के साथ कांगा लीग में खेल चुका हूं। उनके पिता बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। वह एक आक्रामक खिलाड़ी थे और मुंबई क्रिकेट सर्कल में बहुत फेमस थे। मैं उनके प्रयास और कड़ी मेहनत को बधाई देना चाहता था जिसकी वजह से उनके बेटे को भारत के लिए खेलने में मिला। मैं बस उन्हें यह बताना चाहता था कि उनके बेटे की टेस्ट कैप उतनी ही उनकी है जितनी उनके बेटे की।