नई दिल्ली । टीम इंडिया में सीमित ओवरों की टीम के नव नियुक्त कप्तान रोहित शर्मा ने विराट कोहली का पक्ष लेते हुए कहा कि उनके दर्जे के बल्लेबाज और नेतृत्व कौशल की भारतीय टीम को काफी जरूरत है। टी20 टीम के कप्तान रोहित को विराट की जगह एक दिवसीय टीम की कप्तानी भी सौंपी गई है।
उनका मानना है कि कप्तान का काम 20 प्रतिशत मैदान पर होता है और बाकी रणनीति में रहता है जिसमें वह चाहता है कि उसके खिलाड़ी आईसीसी के बड़े मुकाबलों की निर्णायक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बदतर के लिए भी तैयार रहें। उन्होंने यूट्यूब पर ‘बैकस्टेज विद बोरिया' कार्यक्रम में कहा, ‘उसके जैसा बल्लेबाज टीम को हमेशा चाहिए। टी20 प्रारूप में 50 से अधिक का औसत अवास्तविक और जबर्दस्त है। वह कई बार भारत को संकट से बाहर निकाल चुका है।' रोहित ने कहा, ‘कप्तान का काम यह सुनिश्चित करना होता है कि सही खिलाड़ी खेल रहे हैं। सही संयोजन है और कुछ तकनीकी बातों को ध्यान में रखना होता है।'
उनका मानना है कि कप्तान को अपने प्रदर्शन से ही बोलना चाहिए वरना दूसरे खिलाड़ियों का सहारा बनकर उनके पीछे रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘कप्तान को खेलते समय आगे रहना चाहिए, वरना सबसे पीछे होना चाहिए।' रोहित ने कहा, ‘मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि वह पीछे रहकर बदलाव ला सकता है और यह सुनिश्चित कर सकता है कि वह सबके साथ है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि उसे टीम का सबसे कम महत्वपूर्ण व्यक्ति होना चाहिए।
' रोहित ने कहा, ‘मेरा काम ज्यादा बाहर होगा। खिलाड़ियों को उनकी जिम्मेदारी सौंपना और उम्मीद करना कि वे मैदान पर उन पर खरे उतरे। मैदान पर आपके पास तीन ही घंटे हैं जिनमें बहुत कुछ बदला नहीं जा सकता क्योंकि 11 खिलाड़ी खेल रहे हैं। मैदान पर बहुत बदलाव संभव नहीं हैं।' रोहित ने आईपीएल में 5 बार खिताब जीते हैं लेकिन उनका कहना है कि टीम प्रबंधन ने मजबूत टीम तैयार की है और इस प्रदर्शन में उनकी भूमिका कम है।
उन्होंने कहा कि वह बता नहीं सकते कि पिछले तीन आईसीसी टूर्नामेंटों (2017 चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल, 2019 विश्व कप सेमीफाइनल और इस साल टी20 विश्व कप) में गलती कहां हुई। उन्होंने कहा, ‘हम शुरूआत चरण में हार गए। मैं चाहता हूं कि हम तीन विकेट पर दस रन जैसे हालात के लिए भी तैयार रहें। उसके बाद के बल्लेबाजों को तैयार रहना चाहिए। यही कहीं नहीं लिखा है कि तीन विकेट 10 रन पर गंवाने के बाद हम 190 रन नहीं बना सकते।'