मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने मंगलवार को कहा कि उनका देश अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों को तैनात करने के खिलाफ है। इसके अलावा रूसी रक्षा मंत्री ने अमेरिका के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि रूस अंतरिक्ष के लिए परमाणु हथियार बना रहा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का मानना है कि रूस अंतरिक्ष के लिए एक परमाणु हथियार बना रहा है, जो एंटी-सैटेलाइट होगा। इस हथियार के विस्फोट से सैन्य संचार से लेकर फोन और अन्य सुविधाएं ठप हो जाएंगी।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से कहा, 'हमारी स्थिति एकदम साफ और पारदर्शी है। हम हमेशा से अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों की तैनाती के विरोध में रहे हैं और अब भी इसके खिलाफ है।' पुतिन ने कहा, 'हम न केवल इस क्षेत्र में मौजूद सभी समझौतों के अनुपालन का आग्रह करते हैं, बल्कि इस संयुक्त कार्य को कई बार मजबूत करने की भी पेशकश करते हैं।' उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में रूस की गतिविधियां अमेरिका और अन्य देशों की ही तरह है।
क्या अंतरिक्ष में रख सकते हैं हथियार?
गुरुवार को व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने एक टिप्पणी की थी और कहा था कि ऐसी टेक्नोलॉजी का विकास बाहरी अंतरिक्ष संधि का उल्लंघन है। 1967 में बाह्य अंतरिक्ष संधि हुई थी, जिसमें रूस, अमेरिका भी शामिल है। इस संधि के मुताबिक पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में परमाणु हथियार या किसी अन्य प्रकार के सामूहिक विनाश के हथियार नहीं रखे जा सकते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा गया था कि रूस अंतरिक्ष आधारित एंटी सैटेलाइट परमाणु हथियार विकसित कर रहा है।
अमेरिकी सांसदों को डराने की कोशिश
रिपोर्ट में कहा गया था कि हथियार अंतरिक्ष में फट कर विद्युत चुम्बकीय लहर पैदा करता है, जो सैटेलाइट को खराब कर सकते हैं। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया था कि यह इंसानों के लिए खतरा नहीं है। अमेरिका के आरोपों पर जवाब देते हुए रूसी रक्षा मंत्री शोइगु ने कहा कि इस तरह की कोई भी योजना नहीं है। उन्होंने कहा, 'सबसे पहली बात, ऐसा कोई प्रोजेक्ट नहीं है। दूसरा यूएस जानता है कि इसका अस्तित्व नहीं है।' उन्होंने आरोप लगाया कि व्हाइट हाउस अमेरिकी सांसदों को डराना चाहता है, ताकि यूक्रेन के लिए और भी धन आवंटित हो सके।