राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन को चुनौती देने उतरे रूसी नेता बोरिस की उम्मीदवारी खारिज, यूक्रेन युद्ध पर की थी अपील
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09-02-2024 12:51 PM
मास्को: रूस के निर्वाचन आयोग ने यूक्रेन में मास्को की सैन्य कार्रवाई का विरोध करने वाले एक राजनीतिक नेता को आगामी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की अनुमति देने से बृहस्पतिवार को इनकार कर दिया। मास्को के निकट के शहर से स्थानीय जन प्रतिनिधि 60 साल के बोरिस नादेज्दीन को अपनी उम्मीदवारी के समर्थन में कम से कम एक लाख हस्ताक्षर जुटाने की जरूरत थी। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने उनके चुनाव प्रचार अभियान प्रबंधन द्वारा सौंपे गए 9,000 से अधिक हस्ताक्षर अवैध घोषित कर दिए, जो उन्हें अयोग्य करार देने के लिए पर्याप्त हैं।रूस के निर्वाचन नियमों के अनुसार, संभावित उम्मीदवार द्वारा सौंपे गए हस्ताक्षर में से पांच प्रतिशत से अधिक अवैध नहीं होने चाहिए। नादेज्दीन ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने और पश्चिम के साथ वार्ता शुरू करने की अपील की थी।उन्होंने बृहस्पतिवार को निर्वाचन आयोग से बात करते हुए चुनाव अधिकारियों से फैसला टालने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया।नादेज्दीन ने कहा कि वह अपनी अयोग्यता को अदालत में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा, केवल मैं यहां नहीं खड़ा हूं। मेरे लिए हस्ताक्षर करने वाले हजारों रूसी नागरिक मेरे साथ खड़े हैं।
मार्च में होंगे रूस में चुनाव
रूस में राष्ट्रपति चुनाव 15 से 17 मार्च तक होना है। रूस की राजनीतिक प्रणाली पर अपनी मजबूत पकड़ रखने को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के फिर से निर्वाचित होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन पांचवीं बार प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में उतर रहे हैं, उन्होंने अपना नामांकन कर दिया है। पुतिन के सामने अभी तक बोरिस को ही सबसे मजबूत माना जा रहा था लेकिन अब वो चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। पुतिन के साल 2000 में पहली बार राष्ट्रपति बनने के बाद से वह लगातार इस पद पर बने हुए हैं।