नई दिल्ली: दिल्ली के कप्तान हिम्मत सिंह को परिस्थितियों को सही से नहीं पढ़ पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा जिससे तमिलनाडु ने बी साई सुदर्शन ने नाबाद दोहरा शतक ठोका। इसकी बदौलत ग्रुप डी रणजी ट्रॉफी मैच के पहले दिन स्टंप तक एक विकेट गंवाकर तमिलनाडु ने 379 रन बना लिये थे। सुदर्शन 202 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं, उन्होंने एन जगदीशन (101 गेंद में 65 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 168 रन और वाशिंगटन सुंदर (नाबाद 96 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए अभी तक 211 रन की शतकीय साझेदारियां निभाईं।
दिल्ली के कप्तान से हो गई चूक
दिल्ली के कप्तान हिम्मत पिच पर बहुत घास होने के कारण सही फैसला नहीं कर सके जबकि यह सपाट निकली। इससे तमिलनाडु के बल्लेबाजों ने दिल्ली के गेंदबाजों की खूब धुनाई की। नवदीप सैनी (17 ओवर में 65 रन देकर एक विकेट) और हिमांश चौहान (17 ओवर में 50 रन देकर कोई विकेट नहीं) ने शुरूआती स्पैल में प्रभाव डाला लेकिन सुदर्शन और जगदीशन ने खराब स्पिन गेंदबाजी पर तेजी से रन बटोरे।
दिल्ली के टीम प्रबंधन ने बायें हाथ के स्पिनर सुमित माथुर को अंतिम 11 में नहीं चुना जिन्होंने पिछले सत्र में अपने पदार्पण में नौ विकेट झटके थे। गुजरात टाइटन्स के क्रिकेट निदेशक विक्रम सोलंकी अपने खिलाड़ियों का खेल देख रहे थे और सुदर्शन के स्ट्रोक्स से वह प्रभावित दिखे।
साई सुदर्शन ने 249 बॉल में ठोका दोहरा शतक
सुदर्शन ने दिन के अंत में हर्ष त्यागी पर तेजी से एक रन लेकर 249 गेंद में अपना दोहरा शतक पूरा किया। फिलहाल, सुदर्शन 77 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 202 रन पर नाबाद खेल रहे हैं। उन्होंने अपनी पारी में अब तक 23 चौके और 1 छक्का भी लगाया है। 23 साल के सुदर्शन लगातार अपने नाम का डंका बजा रहे हैं।
उन्होंने डॉमेस्टिक क्रिकेट में खुद को साबित किया है। रेड बॉल क्रिकेट में साई लगातार अच्छा कर रहे हैं। अगर इस तरह से वह खेलते रहे। तो जल्द ही उनकी भारत की टेस्ट टीम में जगह बन सकती है। वहीं साई ने भारत के लिए 3 वनडे और 1 टी20 भी खेला है। वनडे में उन्होंने 63.50 की औसत से 127 रन ठोके हैं, जिसमें 2 फिफ्टी शामिल हैं।