नई दिल्ली । एनबीए टीम में जगह बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी और फिलहाल डोपिंग के कारण प्रतिबंध झेल रहे सतनाम सिंह भामरा ने अब कुश्ती में हाथ आजमाने का फैसला किया है। उन्होंने अमेरिका में पेशेवर लीग के साथ करार किया है।
25 वर्षीय सतनाम ने सन 2015 में एनबीए
में डल्लास मावरिक्स की टीम में जगह बनाकर इतिहास रचा था। उन्होंने पेशेवर पहलवान बनने के लिए अटलांटा स्थित नाइटमेयर फैक्टरी में अभ्यास शुरू कर दिया है, ताकि वह
ऑल एलीट रेसलिंग (एईडब्ल्यू)
में हिस्सा ले सकें। एईडब्ल्यू के मालिक टोनी खान ने भी सतनाम को साइन करने के बाद खुशी जताई। यह पहली बार नहीं है, जब सतनाम
सिंह ने इस ऑल एलीट रेसलिंग का हिस्सा बनने के लिए कदम बढ़ाया है।
उन्होंने 2017 में भी
डब्ल्यूडब्ल्यूई सेंटर का दौरा किया था और प्रोफेशनल रेसलिंग के लिए ट्रेनिंग हासिल की थी। हालांकि, तब वह
एईडब्ल्यू का हिस्सा नहीं बने थे। एईडब्ल्यू की आधिकारिक बयान के अनुसार, सतनाम एनबीए
के हॉल ऑफ फेम में शामिल शकील ओ’नील के नक्शेकदम पर चलते हुए यहां पहुंचे हैं, जो जैड
कारगिल के साथ एईडबल्यू में शामिल हुए थे।
सतनाम सन 2019 में डोप
परीक्षण में नाकाम रहे थे, जिसके बाद
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की
अनुशासन समिति ने उन पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि उस समय भामरा ने इससे इनकार किया था, लेकिन बाद
में स्वीकार कर लिया था। नाडा की ओर से लगाया गया प्रतिबंध 19 नवंबर
2019 से लागू होगा और 19नवंबर
2021 को खत्म होगा।
पंजाब के 7 फुट 3 इंच
लंबे इस खिलाड़ी ने एशियाई चैंपियनशिप, 2018, राष्ट्रमंडल
खेलों और 2019 विश्व कप
क्वालीफायर जैसे प्रमुख टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह पिछली बार 18 महीने पहले
किसी पेशेवर और राष्ट्रीय टीम के लिए 18 महीने पहले
बास्केटबॉल कोर्ट पर उतरे थे। वह दिसंबर 2019 में नेपाल
में हुए साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारतीय टीम की तरफ से खेलने उतरे थे।