ड्रेसिंग रूम को लेकर उन्होंने कहा- मैदान पर और ड्रेसिंग रूम में उनकी सकारात्मकता, एक-दूसरे के लिए जो परवाह वे दिखाते हैं, वह अविश्वसनीय है। पिछले गेम के बाद मैंने कहा कि कुछ लड़के आराम करने जा रहे हैं और वे सबसे पहले मुझसे कहने वाले थे, 'ठीक है हम आराम करेंगे और आप दूसरों को अवसर दे सकते हैं।' इससे टीम के चरित्र का पता चलता है और वे दूसरों के प्रदर्शन से कितने खुश हैं।
सूर्या ने टीम की तारीफ करते हुए कहा- उन्होंने मेरा काम आसान कर दिया है। जब मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मुझ पर कोई दबाव नहीं होता। मैं बस खुद को एंजॉय करता हूं। मैंने सीरीज से पहले कहा था- मैं कप्तान नहीं बनना चाहता, मैं एक लीडर बनना चाहता हूं।
सूर्या ने टीम की तारीफ करते हुए कहा- उन्होंने मेरा काम आसान कर दिया है। जब मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मुझ पर कोई दबाव नहीं होता। मैं बस खुद को एंजॉय करता हूं। मैंने सीरीज से पहले कहा था- मैं कप्तान नहीं बनना चाहता, मैं एक लीडर बनना चाहता हूं।