हरारे: भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी अभिषेक शर्मा की सफलता के पीछे पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह का अहम रोल रहा है। पूर्व स्टाइलिश लेफ्टी बैट्समैन युवराज इस युवा लेफ्टी बैटर के मेंटॉर हैं और उन्हें हर कदम पर प्रोत्साहित कर रहे हैं। अभिषेक ने खुलासा किया है कि जब वह अपने डेब्यू मैच में शून्य पर आउट हुए तो उनके मेंटर युवराज खुश थे। जिंबाब्वे के खिलाफ दूसरे मैच में विस्फोटक शतक जमाने के बाद अभिषेक शर्मा ने बताया कि सीरीज के पहले मैच में शून्य पर आउट होने के बाद उन्होंने अपने मेंटर युवराज सिंह को विडियो कॉल किया था। अभिषेक ने कहा, ‘‘मैंने शनिवार को उनसे (युवराज) बात की और मैं नहीं जानता कि जब मैं शून्य पर आउट हुआ तो वह क्यों बहुत खुश थे। उन्होंने कहा कि यह अच्छी शुरुआत है लेकिन अब वह मेरे परिवार की तरह खुश होंगे और उन्हें मुझ पर गर्व होगा।’ अपने दूसरे ही टी20 इंटरनैशनल में शतक जमाने वाले इस बैटर ने कहा, ‘मैं आज जो भी हूं उसमें उनकी (युवराज) काफी अहम भूमिका रही है। उन्होंने मुझे यहां तक पहुंचाने में कड़ी मेहनत की। उन्होंने न सिर्फ क्रिकेट मैदान पर मेरा कौशल निखारा बल्कि मैदान के बाहर की जिंदगी में भी मेरी मदद की।’रोम एक दिन में नहीं बना
अभिषेक ने बताया कि उन्होंने दूसरे मैच में शतक बनाने के बाद भी युवराज से बात की और वह उनके प्रदर्शन से काफी खुश थे। कॉल पर युवराज ने कहा, 'शाबास, मुझे तुम पर गर्व है। तुम इसके हकदार थे। यह तो अभी शुरुआत है। आगे अभी इस तरह की कई पारियां खेलोगे।' युवराज सिर्फ वीडियो कॉल तक ही सीमित नहीं रहे। सोमवार को युवराज ने सोशल मीडिया पर अभिषेक की ट्रेनिंग विडियो डालते हुए लिखा, 'रोम एक दिन में नहीं बना था! तुम्हारे पहले इंटरनेशनल शतक तक के सफर के लिए बधाई! अभी और आने बाकी हैं।'
युवी के साथ देखा था फाइनल
अभिषेक जिम्बाब्वे दौरे पर जाने से पहले युवराज सिंह के साथ ही थे। दोनों ने मिलकर युवराज के घर पर ही टी-20 वर्ल्ड कप में भारत को जीतते देखा था। अभिषेक ने बताया, 'मैं फाइनल युवी पाजी के साथ देख रहा था। वो भारत को जीतते देख बहुत इमोशनल हो गए थे। हमने उस जीत का साथ में जश्न मनाया। इससे मुझे वर्ल्ड कप जीतने की प्रेरणा भी मिली।'
जिम्बाब्वे के खिलाफ अभिषेक की पारी
सीरीज का पहला मैच अभिषेक के करियर का भी पहला मैच था। इस बड़े मुकाबले में बिना खाता खोले आउट होने वाले अभिषेक ने दूसरे मैच में 47 गेंद में 100 रन की विस्फोटक पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से सात चौके और आठ छक्के निकले। 212.77 की स्ट्राइक रेट वाली पारी में उन्होंने 46 गेंदों पर सेंचुरी पूरी की। यह टी-20 इंटरनेशनल में किसी भारतीय बल्लेबाज का तीसरा सबसे तेज शतक है। इसी के साथ अभिषेक जिम्बाब्वे के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज भी बने। उनसे पहले सुरेश रैना की 72* रन की पारी जिम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय बैटर का टॉप स्कोर था।