हनुमा विहारी ने कहा है कि वे दोबारा आंध्र प्रदेश के लिए नहीं खेलेंगे। उन्होंने सोमवार को एक सोशल पोस्ट में लिखा कि मैंने वहां आत्मसम्मान खोया है।
विहारी ने इंस्टाग्राम पोस्ट कर खुलासा किया कि उन्हें एक खिलाड़ी के साथ मामूली विवाद के बाद इस्तीफा देने के लिए कहा गया था, क्योंकि उस खिलाड़ी के पिता एक राजनेता थे और उन्होंने आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से शिकायत की थी।
30 साल के बल्लेबाज ने अपने साथियों के साइन के साथ एसोसिएशन के अध्यक्ष को लिखा एक पत्र भी साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने साथियों से मिले समर्थन को प्रदर्शित किया। इस पत्र में प्लेयर्स ने सफाई देते हुए कहा- 'विहारी ने खिलाड़ी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया। हम उन्हें ही कप्तान के रूप में देखना चाहते थे। हम विहारी को कप्तान बनाए जाने की मांग करते हैं।'
क्वार्टर फाइनल हारने के बाद लिखी पोस्ट
विहारी ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन के क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश के खिलाफ 4 रन की हार के बाद सोशल पोस्ट की। विहारी ने हैदराबाद में एक सीजन बिताने के बाद आंध्र के लिए फर्स्ट क्लास मैच खेला था।
एसोसिएशन नहीं चाहता हम आगे बढ़े- विहारी
विहारी ने पोस्ट में लिखा, दुखद बात यह है कि एसोसिएशन का मानना है कि वे जो भी कहें खिलाड़ी को वे सुनना होगा और खिलाड़ी उनकी वजह से ही वहां हैं। मैंने फैसला किया है कि मैं आंध्र के लिए कभी नहीं खेलूंगा, जहां मैंने अपना आत्मसम्मान खो दिया है।
उन्होंने आगे लिखा, मैं टीम से प्यार करता हूं। जिस तरह से हम हर सीजन में प्रगति कर रहे थे वे मुझे पसंद है, लेकिन एसोसिएशन नहीं चाहता कि हम आगे बढ़ें।
पहले मैच के बाद विहारी को कप्तानी से हटाया था
विहारी ने सीजन की शुरुआत आंध्र के कप्तान के रूप में की थी, लेकिन पिछले साल के रनरअप बंगाल के खिलाफ पहले मैच के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया। रिकी भुई ने सत्र के बाकी मुकाबलों में टीम का नेतृत्व किया और अब वे 902 रन के साथ मौजूदा सत्र में सबसे सफल बल्लेबाज हैं।
विहारी ने उस समय कप्तानी छोड़ने के लिए, व्यक्तिगत कारणों को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन अब दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि एसोसिएशन ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा था।
विहारी ने कहा, मैं बंगाल के खिलाफ पहले मैच में मैं कप्तान था। उस मैच के दौरान मैं 17वें खिलाड़ी पर चिल्लाया और उसने अपने पिता (नेता) से शिकायत की, बदले में उसके पिता ने एसोसिएशन से मेरे खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, हमने पिछले साल फाइनल में जगह बनाने वाले बंगाल के खिलाफ 410 रन का पीछा किया था लेकिन मेरी बिना किसी गलती के कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था।